सदन में सवाल उठने से आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के संघर्ष को मिला बल
बेगूसराय, 09 नवम्बर (हि.स.)। बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार ने कहा है कि विगत दो वर्षों से अपने आठ सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के द्वारा आए दिन चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। सरकार के द्वारा आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मांगों को लेकर आश्वासन दिया गया था।
लेकिन आज तक अल्प राशि में ही उन्हें जीवन बसर करना पड़ रहा है। जिससे कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के द्वारा भी बिहार में ग्रेच्युटी भुगतान के लिए आदेश होने के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिससे आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका में काफी आक्रोश व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में निवेदन के माध्यम से सरकार से मांग किया है कि आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि, ग्रेच्युटी का भुगतान, ग्रेड-सी या डी में समायोजन तथा सेविकाओं को 25 हजार तथा सहायिकाओं को 18 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय संबंधी नियमावली तैयार कर लागू किया जाने की मांग सरकार से किया है।
विधायक कुंदन कुमार ने कहा कि बीते दिनों आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं के ऊपर लाठीचार्ज, वाटर केनन एवं विभिन्न बल प्रयोग कर उनकी हक की आवाज को दबाने की कोशिश की गई।महिलाओं के प्रति सरकार के इस बर्बरतापूर्ण रवैये की पुरजोर तरीके से भर्त्सना करता हूं। बिहार की वर्तमान घमंडी सरकार अपने सत्ता के नशे में चूर है उसे यह तक दिखाई नही दे रहा है।
विधायक ने कहा कि महिलाओं का आखिर दोष क्या है जो उनपर इस तरह का बल प्रयोग किया जा रहा। एक सेवक होने के नाते आंगनवाड़ी माताओं और बहनों के हक के लिए उनकी आवाज को सदन में बुलंद किया हूं और आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका माता-बहनों से कहना चाहता हुं की इस संघर्ष में आप अकेली नहीं हो, आपका बेटा और भाई कुंदन साथ खड़ा है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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