पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से बिहार में शीतलहर का सितम
पटना, 22 दिसंबर (हि.स.)। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में दिखने लगा है। जानकारी अनुसार जम्मू-कश्मीर में पहली बर्फबारी दर्ज की गई, वहीं उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात हुआ। इसका सीधा असर बिहार समेत पूरे उत्तर भारत में देखने को मिल रहा है।
बिहार में बीते तीन दिनों से नही निकली धूप
मौसम विभाग ने गया, नालंदा, समस्तीपुर, मधुबनी और पटना समेत 18 जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान शीत दिवस का अलर्ट जारी किया है। राजधानी पटना सहित कई जिलों में पछुआ हवा और लगातार कोहरे के कारण ठंड बढ़ गई है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच का अंतर काफी कम हो गया है। पटना में पिछले तीन दिनों से धूप नहीं निकलने के कारण लोगों को दिन में भी ठिठुरन महसूस हो रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी और मध्य जिलों में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। अन्य क्षेत्रों में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं देखा गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले सात दिनों तक प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। अगले 24 घंटों में गया, नालंदा, अरवल और जहानाबाद जिलों के कुछ हिस्सों में शीत दिवस जैसी स्थिति बनने की संभावना है। वहीं उत्तर-पश्चिमी जिलों सीतामढ़ी और शिवहर के एक-दो स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा है कि राज्य के उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य और दक्षिण-पश्चिम हिस्सों में घने कोहरे का असर बना रहेगा और अगले तीन दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। गया राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शीतलहर को देखते हुए गया और जमुई में कक्षा पांच तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं सारण जिले में कक्षा दस तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र 23 दिसंबर तक बंद रहेंगे। हालांकि, बच्चों को गर्म भोजन उपलब्ध कराने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक खोले जा सकते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी

