प्रधानाध्यापकों को नेतृत्व क्षमता संवर्द्धन में सहयोग करेगा एससीईआरटी की हस्त पुस्तिका
बेगूसराय, 09 नवम्बर (हि.स.)। बिहार के प्रारंभिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक स्तर तक के 80 हजार सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाध्यापकों के नेतृत्व क्षमता संवर्द्धन में सहयोग के लिए एससीईआरटी बिहार द्वारा प्रधानाध्यापक हस्तपुस्तिका विकसित किया गया है। यह प्रधानाध्यापक हस्तपुस्तिका राज्य के सभी प्रारंभिक से उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के नेतृत्व क्षमता संवर्द्धन में काफी सहायक सिद्ध होंगे।
यू-ट्यूब के लाइव सेशन में इस हस्तपुस्तिका का अनावरण करते हुए एससीईआरटी के निदेशक डॉ. सज्जन आर ने कहा कि लंबे समय से राज्य के विद्यालय प्रधानों को विद्यालय के नियमन, प्रबंधन एवं संचालन के लिए उपयुक्त एवं मार्गदर्शक हस्तपुस्तिका की आवश्यकता महसूस हो रही थी। एससीईआरटी की संयुक्त निदेशक डॉ. रश्मि प्रभा के निर्देशन में शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों की टीम ने निष्ठा से काम करते हुए काफी कम समय और संसाधन में यह हस्तपुस्तिका तैयार की है।
निदेशक डॉ. सज्जन ने कहा है कि विद्यालय के सुव्यवस्थित संचालन में प्रधानाध्यापक की जिम्मेवारी काफी महत्वपूर्ण होती है। एक प्रधानाध्यापक, विद्यालय स्तर पर सभी तरह के कार्यों, निर्णयों, कार्रवाइयों से और व्यवस्थाओं के लिए सर्वाधिक जवाबदेही का निर्वहन करने वाला प्रशासनिक पद है। यह हैंडबुक उन्हें अपने अधिकारों, दायित्वों और कर्तव्यों के प्रति हमेशा ना केवल सजग रखेगा, बल्कि समय समय पर सम्यक मार्गदर्शन के लिए हमेशा उनके साथ भी रहेगा।
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. रश्मि प्रभा ने पूरे बिहार के विद्यालय प्रमुखों का आह्वान करते हुए कहा है कि अभी यह हस्त पुस्तिका ड्राफ्ट प्रारूप में सबों के बीच अवलोकन, अध्ययन तथा आवश्यक सुझावों के लिए एससीईआरटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है। सभी विद्यालय प्रधान इस हैंडबुक प्रारूप का अध्ययन कर निदेशक एससीईआरटी के ईमेल पर अपने सुझाव अगले माह तक दे सकते हैं। ड्राफ्टिंग टीम सुझावों का अध्ययन कर हस्तपुस्तिका को अंतिम रूप प्रदान करेगी।
ड्राफ्टिंग टीम के सदस्य राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित प्रधानाध्यापक हरिदास शर्मा (कैमूर), व्याख्याता पप्पू हरिजन (मुंगेर), अनिल कुमार (कैमूर) एवं गुड्डी कुमारी (किशनगंज), बेहतर विद्यालयी व्यवस्था का राज्य में उदाहरण प्रस्तुत करनेवाले प्रधानाध्यापक आलोक कुमार (नालंदा), उमाकांत कुमार (बांका), मुदित कुमार (मुंगेर), चंचला कुमारी (छपरा), रंजन कुमार (बेगूसराय), राजकीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित रविरौशन कुमार (दरभंगा), एसआरजी से जुड़े टीओबी के फाउंडर शिव कुमार ने विषय संदर्भों पर विचार रखे।
ड्राफ्टिंग टीम में बेगूसराय से शामिल मध्य विद्यालय बीहट के प्रधानाध्यापक रंजन कुमार सहित सभी सदस्यों ने एससीईआरटी की इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि विद्यालय के नियमन प्रबंधन और संचालन में ढ़ेर सारी जटिल समस्याएं आती है। इनके सरल समाधान तक पहुंचने में काफी मददगार साबित होनेवाली अपनी तरह की पहली हस्तपुस्तिका का प्रकाशन बहुत ही गर्व की बात है। एससीईआरटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर एक क्लिक में विद्यालय व्यवस्था से जुड़े कोई भी हितधारक इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/गोविन्द
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