कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा रोहतासगढ़ रोपवे: राजेश राम

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कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा रोहतासगढ़ रोपवे: राजेश राम


पटना, 26 दिसंबर (हि.स.)। साढ़े 13 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन रोहतासगढ़ रोपवे का ट्रॉली और पिलर ट्रायल के दौरान ही गिर जाना बिहार सरकार में कमीशनखोरी की देन है। ये बातें बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कही।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि रोहतास में रोपवे ताश के पत्तों की तरह ढहा जिसमें वहां काम कर रहे मजदूर बाल-बाल बचे।

रोहतासगढ़ किला स्थित रोहितेश्वर धाम के निर्माणाधीन रोपवे का टावर ट्रायल के दौरान ढह गया। 4 ट्रालियां क्षतिग्रस्त हुईं, मजदूर बाल-बाल बच गए।

निर्माण की गुणवत्ता पर निर्माण के दौरान ही सवाल उठाया गया लेकिन कमीशनखोरी के लालच में राज्य की एनडीए सरकार ने इसे तवज्जो नहीं दिया। अब जब घटिया निर्माण के कारण ट्रायल में ही रोपवे फेल हो गया है तो यह सवाल बनता है कि ग्लोबल टेंडर के नाम पर बिहार में मची लूट खसोट में राज्य में निर्माण कार्यों में दोयम से भी नीचे स्तर के कार्य हो रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा कि जब टावर मात्र चार ट्रालियों का भार सहन नहीं कर सका, तो भविष्य में 12 ट्रालियों के भार के साथ पर्यटकों की जान कैसे सुरक्षित रहेगी? इसकी उच्च स्तरीय जांच कर निर्माण कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने और परियोजना प्राप्ति में कमीशनखोरी की जांच आवश्यक है।

घटना को पर्यटन में बिहार को फिसड्डी सिद्ध करने की साजिश बताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि अब ऐसे निर्माण कार्य पर पर्यटक इसके इस्तेमाल में डरे रहेंगे और उनके मन से भय निकालना भी बेहद जरूरी रहेगा, इसलिए निर्माण को उत्तम और बगैर कमीशन के सरकार को कराना सुनिश्चित करना चाहिए लेकिन उन्होंने नीतीश भाजपा सरकार को कमीशनखोरी का जड़ कहा और बताया कि राज्य में 40 प्रतिशत की कमीशनखोरी सरकार द्वारा निर्धारित है ऐसे में निर्माण कार्य घटिया स्तर के ही होंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुरभित दत्त

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