ट्रायल के दौरान धराशाई हुआ रोहतासगढ़ रोपवे
डेहरी इन सोन, 26 दिसंबर (हि.स.)। बिहार में रोहतास जिले के नगर पंचायत रोहतास से कैमूर पहाड़ी स्थित रोहतासगढ़ स्थित रोहितेश्वर धाम तक निर्माणाधीन रोपवे परियोजना का ऊपरी स्टेशन और उससे जुड़ा टावर ट्रायल के दौरान अचानक धराशाई हो गया।
इस हादसे में ट्रायल में लगी चार बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं।मौके पर काम कर रहे मजदूर और कारीगर समय रहते इधर-उधर भाग गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। पुल निर्माण निगम ने इस घटना कि जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया हैँl
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब मात्र चार डब्बों का भार टावर सहन नहीं कर सका, तो भविष्य में 12 डब्बों के संचालन के दौरान यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।
पूर्व मुखिया संतोष कुमार भोला ने कहा कि यह रोहतास नगर पंचायत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। रोपवे की गुणवत्ता की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बची है।
डीएम उदिता सिंह ने बताया कि आज रोहतास जिले में रोपवे से संबंधित घटित घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। घटना की निष्पक्ष, पारदर्शी एवं तथ्यात्मक जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह द्वारा एक जांच समिति का गठन किया गया है।
उन्होने बताया कि जांच समिति को निर्देश दिया गया है कि वह घटना के सभी पहलुओं—तकनीकी, प्रशासनिक एवं मानवीय कारणों—की विस्तृत जांच करते हुए यह स्पष्ट करे कि घटना किन परिस्थितियों में हुई, क्या मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया था तथा कहीं कोई लापरवाही या तकनीकी त्रुटि तो नहीं रही। समिति को निर्धारित समय-सीमा के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि संबंधित को निर्देश दिया है कि वे जांच समिति को आवश्यक सभी दस्तावेज, तकनीकी विवरण एवं सहयोग उपलब्ध कराएं।
जिला प्रशासन आमजनों को आश्वस्त करता है कि इस मामले में दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा जन-सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र मिश्रा

