महंत श्री रवि शंकर जी महाराज ने मत्स्यगंधा में रामकथा पुस्तक का किया विमोचन

महंत श्री रवि शंकर जी महाराज ने मत्स्यगंधा में रामकथा पुस्तक का किया विमोचन
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महंत श्री रवि शंकर जी महाराज ने मत्स्यगंधा में रामकथा पुस्तक का किया विमोचन


महंत श्री रवि शंकर जी महाराज ने मत्स्यगंधा में रामकथा पुस्तक का किया विमोचन


सहरसा,18 फरवरी (हि.स.)।श्री सोमेश्वर नाथ धाम के महंत श्री रवि शंकर जी महाराज के द्वारा रविवार को रामकथा पुस्तक का विमोचन किया गया।श्री रक्त काली चौसंठ योगिनी मंदिर के परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के आयोजक कुमार अमृत राज ने बताया कि जिला पंचायती राज पदाधिकारी संजीव कुमार द्वारा रचित पुस्तक रामकथा का विमोचन श्री सोमेश्वर नाथ धाम के महंत श्री रवि शंकर जी महाराज के द्वारा किया गया।

इस अवसर पर रवि शंकर महाराज ने कहा कि हरि अनंत हरि कथा अनंता। कहहिं सुनहिं बहुबिधि सब संता रामचंद्र के चरित सुहाए। कलप कोटि लगि जाहिं न गाए। राम कथा के ऊपर बहुत सारी पुस्तक लिखी गई है। हालांकि सर्वप्रथम पुस्तक बाल्मीकि रामायण एवं तुलसीदास जी लिखित रामचरितमानस की रचना आज भी प्रासंगिक है लेकिन विद्वानों द्वारा समय-समय पर इस पुस्तक की भी विवेचना कर अपने-अपने मतानुसार नये नये ढंग से आज भी लेखन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि गंगा स्नान सभी करने जाते हैं वही जिसके पास जितना बड़ा पात्र रहता है। उसी अनुसार वह गंगाजल अपने साथ ला पाता है। ठीक उसी प्रकार भक्ति में भी अपनी बुद्धि एवं विवेक के अनुसार भगवान की लीलाओं का गुणगान करते हैं।

श्री रविशंकर जी महाराज ने कहा कि पंचायती राज पदाधिकारी द्वारा लिखी गई पुस्तक राम कथा अत्यंत ही सारगर्भित एवं सराहनीय है। वही इस अवसर पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी संजीव कुमार ने भी अपने पुस्तकों के माध्यम से उपस्थित श्रोताओं को राम कथा का गुणगान एवं वर्णन किया। उन्होंने कहा कि राम रावण युद्ध 84 दिन तक चला। जिसमें देवताओं द्वारा पुष्प बरसा कर केवल जय का उद्घोष किया गया लेकिन जब देवताओं को लगा कि राम जी अब विजय होंगे तो सभी देवताओं ने राम जी की जय हो राम जी की जय हो कहकर पुष्प वर्षा शुरू कर दी। वही राम जी के द्वारा पूछे जाने पर युद्ध के दौरान आप लोगों ने केवल जय हो का उद्घोष किया लेकिन अब आप लोग मेरी जय जयकार कर रहे हैं। तब देवताओं ने बताया कि रावण महाशक्तिशाली एवं अजेय अपराजेय योद्धा था जिसे युद्ध में परास्त करना असंभव था।इस भयवश हम लोगों ने सिर्फ जय जयकार की।

संजीव कुमार ने बताया कि विभीषण के द्वारा नाभि में अमृत कुंड होने की जानकारी देने पर भगवान श्री राम ने वाण मार कर रावण का प्राणान्त कर दिया।इस अवसर पर पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, रविंद्र कुमार झा, रंजीत कुमार झा, भगवान झा, गौरव सिंह,विजय पौद्दार सहित अन्य मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा

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