बिहार सरकार विशेष वर्ग के वोट बैंक के लिए उसका रही है हिंदू को : अभाविप

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बिहार सरकार विशेष वर्ग के वोट बैंक के लिए उसका रही है हिंदू को : अभाविप


बिहार सरकार विशेष वर्ग के वोट बैंक के लिए उसका रही है हिंदू को : अभाविप


बिहार सरकार विशेष वर्ग के वोट बैंक के लिए उसका रही है हिंदू को : अभाविप


बेगूसराय, 29 नवम्बर (हि.स.)। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा हिंदुओं के पर्व-त्योहार में छुट्टी में कटौती किए जाने से हर ओर आक्रोश है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेगूसराय नगर इकाई द्वारा आज जीडी कॉलेज में बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश मार्च निकाला गया।

मौके पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि पिछले दिनों बिहार सरकार के द्वारा राम नवमी, रक्षा बंधन, तीज, जितिया, गांधी जयंती, गुरुनानक जयंती, अनंत चतुर्दशी सहित अन्य वर्षों से चली आ रही छुट्टी को खत्म कर दिया गया। लेकिन एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए इर्द, बकरीद, मुहर्रम की छुट्टी को बढ़ा दिया गया।

इसके साथ ही साथ शिक्षक की ड्यूटी को बढ़ा कर नौ बजे सुबह से पांच बजे शाम कर दिया गया। नवनियुक्त शिक्षक और पूर्व के वैसे शिक्षक जो अपने घर से किलोमीटर या उससे अधिक दूर हैं, वैसे शिक्षक-शिक्षिका को पांच बजे शाम में घर जाने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ेगा। सरकार को इन सभी मुद्दों पर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।

मौके पर पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य अजीत चौधरी ने कहा कि सरकार ने पहले हिंदू को जाति में बांट दिया। अब एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए हिंदू को उकसाने का काम कर रही है। ऐसे कार्य से आपसी सौहार्द खराब होगा। सरकार वोट बैंक के लिए लगातार ऐसा कर रही है, विरोध होने पर पुनः माफी मांग कर विभाग द्वारा जारी लेटर को रद्द कर देती है।

विभाग संयोजक सोनू कुमार एवं जिला संयोजक पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि सरकार जमीन पर कार्य करना छोड़ कर जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित करना चाहती है।आज स्कूल-कॉलेज में सैकड़ों समस्या है, लेकिन सरकार की नजर छुट्टी को कम करने और शिक्षक को परेशान करने पर है। जांच के नाम पर लगातार शिक्षको पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।

शिक्षक के माध्यम से ही स्वच्छ समाज का सृजन होता है। शिक्षकों को लगातार परेशान किया जा रहा है, जो की गलत है। नगर मंत्री अजीत कुमार एवं प्रो. अजीत कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में भी महिलाओं के खिलाफ विधानसभा में अभद्र टिप्पणी किया गया था। अब महिला के तीज व्रत, जितिया, रक्षा बंधन सहित अन्य छुट्टी को रद्द कर महिला विरोधी होने का प्रमाण दिया गया है।

प्रदेश कार्यकारणी सदस्य निशांत झा एवं कॉलेज अध्यक्ष प्रहलाद कुमार ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। वे विकास छोड़ कर हर कार्य कर रहे है। बिहार के नागरिक रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अपने प्रधानमंत्री बनने का सपना संजोए बाहर के लोगों को बिहार में नौकरी दे रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

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