जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश,पार्षदो ने डीएम व डीडीसी को सौपा ज्ञापन

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जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश,पार्षदो ने डीएम व डीडीसी को सौपा ज्ञापन


जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पेश,पार्षदो ने डीएम व डीडीसी को सौपा ज्ञापन


सहरसा,08 जनवरी (हि.स.)। जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी एवं जिला परिषद उपाध्यक्ष धीरेंद्र यादव के उपर अविश्वास प्रस्ताव पर विचार विमर्श वो मतदान को लेकर जिला परिषद की विशेष बैठक का निर्धारण करने के लिए जिला परिषद सदस्य विनीत कुमार सिंह विड्डू के नेतृत्व में जिप सदस्यों ने सोमवार को डीएम,डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में सदस्यों ने आरोप लगाया कि त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष दोनों उच्च सदन के हैं। जिसके उपर पूरे जिला के विश्वास का दायित्व होता है।

जिला परिषद अपने अध्यक्ष के नेतृत्व में उपाध्यक्ष के सहयोग से कार्य करती है।जिले के विकास रूपी रथ के सारथी जिला परिषद अध्यक्ष होते हैं।जबकि दुख की बात है कि जिला परिषद अध्यक्ष होते हुए अपने पद की गरिमा एवं अपने दायित्वों के निर्वाहन में उदासीन हैं। जिससे विकास कार्य रूका हुआ है।दोनों निर्वाचन के तुरंत बाद से ही अपने व्यक्तिगत हितों को साधने में लग गये हैं। उन्होंने धारा 73 में वर्णित कार्यों एवं शक्तियों को अपने पास रखने के उद्देश्य से धारा 77 के अधीन गठित की जाने वाली सात सदस्यीय समितियों में से एक का भी गठन पूरे दो वर्ष तक नहीं किया गया।बार-बार अनुरोध करने एवं जिलाधिकारी व मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह उप विकास आयुक्त के दबाव के बाद इन समितियां का गठन मात्र कागजी तौर पर किया गया।

किसी समिति के अध्यक्ष को कार्य करने के लिए कार्यालय तक आवंटित नहीं किया गया।जिसका नतीजा है कि सभी समितियां मात्र कागज पर ही रह गयी।इन दोनों के कार्यशैली से सभी पार्षदों का विश्वास खत्म हो गया। उन्होंने पार्षदों के बीच मात्र भेदभाव डालने का कार्य किया। जिससे आज तक जिला परिषद की नियमित सामान्य, त्रैमासिक बैठक नहीं बुला सके। कुछ खास पार्षदों के मदद से कागज पर कोरम पूरा कर कागजी बैठक करते रहे। जिससे अधिकांश पार्षदों का विश्वास भंग हो गया है। सबसे धनी जिला परिषद क्षेत्र होने के बावजूद जिला परिषद के राजस्व वृद्धि के लिए पार्षदों के बार-बार आग्रह के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया गया।

जिस कारण पिछडे क्षेत्र में विकास की ठोस योजनाएं बनाने के लिए सदा अर्थाभाव रहा। जिसके लिए सीधे तौर पर अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विभागों को अपने स्वेच्छाचारिता के लिए प्रोत्साहित किया। जिसका बुलाने की मांग की।मौके पर विनीत कुमार सिंह,संतोष कुमार,अनिल भगत, मनोज दास,गजल रुबाब परवीन, रोजी खान,अनीता देवी, सपना कुमारी, गरिमा कुमारी मौजूद थी।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा

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