पहसारा बम ब्लास्ट में घायल नीतीश ठीक होकर गया घर, अस्पताल ने मुफ्त किया इलाज
बेगूसराय, 08 दिसम्बर (हि.स.)। बेगूसराय के नावकोठी थाना क्षेत्र स्थित पहसारा गांव में 28 नवम्बर को हुए बम ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल नीतीश कुमार को शुक्रवार की शाम अस्पताल से रिलीज कर दिया गया। सबसे बड़ी बात है कि उक्त निजी अस्पताल से इलाज के लिए एक भी रुपया नहीं लिया।
शुक्रवार की शाम अस्पताल से अपने पुत्र नीतीश कुमार को रिलीज करवा कर घर ले जा रहे रामवृक्ष साह ने बताया कि खेलने के दौरान 28 नवम्बर को हुए बम विस्फोट में गांव के छह बच्चे घायल हो गए थे। जिसमें हमारे पुत्र नीतीश की स्थिति काफी गंभीर थी, दोनों हाथ विस्फोट में उड़ गया, आंख बुरी तरह से घायल हो गया था।
गरीब आदमी घर में दोनों समय खाना खाने तक के पैसे नहीं थे। ऐसे में क्या करें क्या ना करें की स्थिति में बच्चों को लेकर बेगूसराय के इस पैनेशिया अस्पताल में आए। जहां घटना की जानकारी पाकर विभिन्न पार्टी के नेता आए, लेकिन सबों ने सिर्फ आश्वासन दिया। किसी भी ने भी एक रुपये की मदद नहीं की। गांव के मुखिया और सरपंच तो देखने तक नहीं आए। लेकिन यहां के डॉक्टर मेरे लिए भगवान बने तथा एक भी रुपया नहीं लिया।
पैनेशिया अस्पताल के निदेशक डॉ. अमोद कुमार, मुख्य चिकित्सक डॉ. वीरेन्द्र कुमार एवं प्रबंधक पुष्पज कुमार ने बताया कि 28 नवम्बर को हुए बम विस्फोट में छह बच्चे घायल हो गए थे। जिसमें रामवृक्ष साह के पुत्र नीतीश कुमार तथा सुनील साह के पुत्र अंकित कुमार, सोनू कुमार और मौसम कुमारी को मेरे अस्पताल लाया गया। उस दिन से लगातार विभिन्न दलों के नेता आते रहे।
गरीबों की मदद करना पहल नहीं जिम्मेदारी है, इसी उद्देश्य हम लोगों ने बगैर पैसा के इलाज शुरू किया। चारों बच्चों के इलाज में 313870 का खर्चा है। लेकिन हम लोगों ने एक भी रुपया नहीं लिया। आगे भी इन बच्चों का हम इलाज करते रहेंगे। आज अस्पताल और पेशेंट के बीच अविश्वास बढ़ रहा है, कुछ लोग दोनों पक्ष की बात किए बगैर हालात को और गंभीर बना देते हैं, यह गलत है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/गोविन्द
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