दूसरा संसद भवन बनाने की जरूरत क्या थी, इतिहास को बदलने की हो रही कोशिश : नीतीश

दूसरा संसद भवन बनाने की जरूरत क्या थी, इतिहास को बदलने की हो रही कोशिश : नीतीश


पटना, 27 मई (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए संसद भवन के निर्माण पर सवाल खड़ा करते हुए शनिवार को कहा कि दूसरा संसद भवन बनाने की जरूरत क्या थी? कल जो दिल्ली में कार्यक्रम हो रहा है वो बेकार कार्यक्रम है। उसका कोई मतलब नहीं है। यह लोग इतिहास बदलने की कोशिश कर रहे हैं। पूरा इतिहास बदल देंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को नहीं बुलाने को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि देखिए देश में क्या-क्या हो रहा है। उनसे जब पूछा गया कि भाजपा कह रही है कि आपने विधानसभा के एक्सटेंशन भवन का उद्घाटन किया, आपने राज्यपाल से नहीं करवाया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वह विधानसभा का भवन नहीं था, जहां कार्यवाही चलती है। वो विस्तारित भवन था जो भाजपा वाले शायद भूल गए हैं।

दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार के नहीं शामिल होने पर उन्होंने कहा कि नीति आयोग की बैठक के अलावा बिहार में हमारा कार्यक्रम था। आज हमलोगों ने बिहार में पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि मनायी। नीतीश आयोग की बैठक की जब सूचना मिली थी तो हमने कह दिया था कि उस दिन हमारा कार्यक्रम है। यदि बैठक का समय बढ़ा दिया जाता तो मैं भी शामिल होता लेकिन समय नहीं बदला। मैंने आग्रह किया था कि हमारे प्रतिनिधिमंडल को बैठक में शामिल होने दिया जाए लेकिन उन लोगों ने नहीं माना। इसलिए हमारा कोई प्रतिनिधिमंडल भी बैठक में शामिल नहीं हो पाया।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/चंद्र प्रकाश

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