नवजात बच्ची को नेपाल लेकर जा रही आशा कार्यकर्ता गिरफ्तार
-नवजात बच्ची का नारायणी अस्पताल में चल रहा इलाज
पूर्वी चंपारण,09 जून(हि.स.)। दो दिन की नवजात बच्ची को लेकर नेपाल जा रही आशा कार्यकर्ता को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बॉर्डर पार नेपाल में मानव तस्करी की रोकथाम करने वाली संस्था माइती नेपाल के द्वारा जब उक्त आशा कार्यकर्ता को पूछताछ के लिए रोका गया तो वह स्पष्ट जबाब नहीं दे पायी। जिससे यह शक गहरा हो गया कि जिस नवजात को लेकर वह जा रही है, वह उसका बच्ची नहीं है। इसके बाद माइती नेपाल के द्वारा इसकी खबर पुलिस को दी गयी।
नेपाल पुलिस ने आरोपी आशा कार्यकर्ता संगीता देवी को हिरासत में ले लिया। वहीं उसके पास से बरामद की गयी बच्ची को बीरगंज नारायणी उपक्षेत्रिय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले को लेकर नेपाल के पर्सा जिला पुलिस के प्रवक्ता डीएसपी दीपक भारती ने बताया कि गिरफ्तार महिला जो खुद को स्वास्थ्यकर्मी बता रही है। उसने यह बताया कि वह बच्ची उसे मिली थी, जिसे वह नेपाल में किसी संस्था को देने जा रही थी, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। हालांकि जब नेपाल पुलिस ने उससे यह सवाल किया कि जब तुमको बच्चा मिला ही था तो तुमने भारतीय प्रशासन या भारतीय संस्था से कोई संपर्क क्यों नहीं किया। इसपर उसने किसी तरह का जबाब नहीं दिया।
डीएसपी दीपक भारती ने बताया कि महिला बार-बार अपना बयान बदल रही है। उसे पुलिस हिरासत में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी दंपती इस बच्चे से संबंधित प्रमाण के साथ दावा करता है तो उसे यह बच्ची सौंप दी जायेगी। डीएसपी दीपक भारती ने बताया कि इस मामले में भारतीय पुलिस से भी हमलोग संपर्क किये है।उल्लेखनीय है,कि हिरासत में ली गई आशा कार्यकर्ता जोकियारी पंचायत की आशा कार्यकर्ता है,जो रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत है।
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमीत कुमार जायसवाल ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी हुई है। नेपाल से स्पष्ट जानकारी मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। हमलोग अपने स्तर से भी मामले की जांच करा रहे है।
हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश
/चंदा
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