केविवि में ऑब्जरवेशन ऑफ फिल्म एंड विजुअल पर कार्यशाला का आयोजन
पूर्वी चंपारण,14मई(हि.स.)। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग द्वारा ''ऑब्जरवेशन ऑफ फिल्म एंड विजुअल'' विषयक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संरक्षक कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव थे, जबकि अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने की।
कार्यशाला में बाल और बंधुआ मजदूरी पर केंद्रित ऑस्कर नॉमिनेटेड और अवार्ड विनिंग चार महत्वपूर्ण फिल्मों कवि,बत्ती,रूपा और जीरो का भी प्रदर्शन किया गया।कार्यशाला में स्वागत भाषण देते डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने कहा कि फिल्म समाज का दर्पण होती है। फिल्मों की गहरी और सूक्ष्म समझ विकसित करना फ़िल्म अध्येता और जागरूक दर्शक की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। फिल्म के हर एक दृश्य में एक संदेश छुपा होता है। फिल्में सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि लोगों को प्रेरित और शिक्षित भी करती है।
विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉक्टर सुनील दीपक घोडके द्वारा ''कवि और ''बत्ती'' फिल्मों के बारे में छात्रों को बताया की फिल्म में दर्शाए गए दृश्य अद्भुत है।जो हमे कई ज्ञान भी दी है। छात्रा वागीशा श्रीवास्तव द्वारा बाल मजदूरी पर आधारित फिल्म ''कवि'' की प्रस्तुति की गई जो एक ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म है।फिल्म में एक बालक को दर्शाया गया है जो अपने घर की परिस्थितियों और परेशानियों की वजह से बाल मजदूरी करता है और उसे यह कहा जाता है कि शिक्षा पर सिर्फ अमीरों और बड़े घर के बच्चों का हक होता है।
कार्यक्रम के आयोजन और संयोजन में बीएजेएमसी चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र आर्यन सिंह का अहम योगदान रहा।प्रस्तुति के बाद छात्रों से फिल्म के बारें में प्रतिक्रिया ली गई और सभी छात्रों ने अपने-अपनी सोच और समझ के अनुसार राय जाहिर की। कार्यशाला में बड़ी संख्या में मीडिया विभाग के विद्यार्थी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/चंदा
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