महात्मा गांधी एवं कस्तूरबा गांधी ने चंपारण की धरती पर स्थापित किया था विद्यालय

महात्मा गांधी एवं कस्तूरबा गांधी ने चंपारण की धरती पर स्थापित किया था विद्यालय
WhatsApp Channel Join Now
महात्मा गांधी एवं कस्तूरबा गांधी ने चंपारण की धरती पर स्थापित किया था विद्यालय


चंपारण सत्याग्रह के समय महात्मा गांधी की सामाजिक जागृति अभियान में कस्तूरबा गांधी एवं चंपारण की महिलाओं की रही अहम भूमिका।

बेतिया, 13 नवंबर (हि.स)। बेतिया स्थित सभागार सत्याग्रह भवन में सबके लिए शिक्षा ,स्वच्छता एवं महात्मा गांधीपर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्याग्रह के पड़ाव में कस्तूरबा गांधी एवं चंपारण वासियों के साथ सामाजिक जागृति एवं जन जागरण अभियान को नई दिशा प्रदान करने के लिए चंपारण सत्याग्रह के समय दीपावली के एक दिन पूर्व 13 नवंबर 1917 को चंपारण के ढाका प्रखंड के बड़हरवा लखन सेन में प्रथम विद्यालय की स्थापना की। 16 नवंबर 1917 को महात्मा गांधी ने चंपारण के ऐतिहासिक भितिहरवा गांव पहुंचकर ऐतिहासिक भितिहरवा गांव में विद्यालय स्थापित करने की रूपरेखा तैयार की तथा 20 नवंबर 1917 को चंपारण के भितिहरवा गांव में विद्यालय स्थापित कर दिया गया ।साथ ही कक्षा का भी आरंभ हुआ।

कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी एवं चंपारण की महिलाओं ने अतुल योगदान दिया । महात्मा गांधी एवं कस्तूरबा गांधी ने चंपारण की धरती पर स्कूल खोलने का उद्देश्य यह रहा कि लोगों में कैसे राष्ट्रीय सद्भावना स्वच्छता स्वास्थ्य बाल विवाह उन्मूलन एवं विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से मुक्त के लिए आम जनमानस में जागृति लाया जाए।

महात्मा गांधी ने किसानों एवं चंपारण वासियोंकी दुर्दशा के बारे में सुनकर चंपारण पहुंचे थे। चंपारण सत्याग्रह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए मील का पत्थर साबित हुआ ।देखते ही देखते लगभग 30 वर्षों के भीतर ही भारत 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हो गया।

हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक

/चंदा

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story