महान संत रामकृष्ण परमहंस के जन्मदिवस पर मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट ने दिया विश्व शांति मानवता का संदेश
बेतिया,18 फरवरी (हि.स)। बेतिया के नया टोला में भारत के महान संत आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक रामकृष्ण परमहंस के जन्मदिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन रविवार को किया गया, जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ने विश्व शांति मानवता पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक सद्भावना का संदेश देते हुए कहा कि संत रामकृष्ण परमहंस भारत के एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक थे। इन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया। उन्हें बचपन से ही विश्वास था कि ईश्वर के दर्शन हो सकते हैं अतः ईश्वर की प्राप्ति के लिए उन्होंने कठोर साधना एवं भक्ति का जीवन बिताया। स्वामी रामकृष्ण मानवता के पुजारी थे। साधना के फलस्वरूप वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि संसार के सभी धर्म सच्चे हैं और उनमें कोई भिन्नता नहीं। वे ईश्वर तक पहुँचने के भिन्न-भिन्न साधन मात्र हैं।
कामारपुकुर में स्थित इस छोटी सी घर में श्रीरामकृष्ण रहते थे। मानवीय मूल्यों के पोषक संत रामकृष्ण परमहंस का जन्म 18 फ़रवरी 1836 को बंगाल प्रांत स्थित कामारपुकुर ग्राम में हुआ था। इनके बचपन का नाम गदाधर था।
हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक़/चंदा
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