मारवाड़ी कॉलेज में एडमिशन के नाम पर वसूली के विरोध में छात्र संगठन ने किया प्रदर्शन

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मारवाड़ी कॉलेज में एडमिशन के नाम पर वसूली के विरोध में छात्र संगठन ने किया प्रदर्शन


किशनगंज,22अगस्त(हि.स.)। नगर परिषद क्षेत्र स्तिथ मारवाड़ी कॉलेज में शिक्षा के नाम पर छात्रों के पास से दलालों द्वारा पैसा वसूल करने का मामला सामने आया है।

छात्रों का कहना है कि दलालों द्वारा मारवाड़ी कॉलेज में सीट दिलवाने को लेकर 6-6 हजार रुपए वसूल रहे हैं। कहा जा रहा है कि छह हजार देने के बाद उन्हें मारवाड़ी कॉलेज में सीट मिल जाएगा। इस मामले को लेकर एनएसयूआई छात्र नेताओं के द्वारा मारवाड़ी कॉलेज में पूर्णिया यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर का पुतला दहन कर विरुद्ध प्रदर्शन किया गया है।

एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव मो. अमन रजा और प्रदेश प्रवक्ता विक्की ठाकुर ने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में बीए, बीएससी, बीकॉम का एडमिशन चल रहा है। प्रभारी कुलपति पवन झा द्वारा तीसरा मेगा सूची जारी किया गया है। और इस मेगा सूची में 99% करप्शन है। उन्होंने आगे कहा कि जो बच्चे 47 नंबर इंटर में लेकर आए हैं, उनका नामांकन हुआ है। जो बच्चे 86, 75, 65 लेकर वेट कर रहें हैं, उनका एडमिशन नहीं हो रहा है। इसका एक ही कारण है वह बच्चे जो 45 नंबर वाले हैं, किसी के माध्यम से विश्वविद्यालय तक छह हजार पहुंचाने का काम कर रहे हैं और उनके नाम सेलेक्शन हो जा रहा है और जो बच्चे 86, 75 सहित अन्य अंक के साथ है वो बच्चे दर-दर भटक रहे हैं। अभी जो विश्व विद्यालय के द्वारा जारी फरमान में उर्दू में महाविद्यालय मारवाड़ी कॉलेज में सीट वेकेंट नहीं था और इन लोगों ने पैसा लेकर 6 बच्चों का एडमिशन कर दिया है। कई ऐसे सब्जेक्ट हैं, जो वेकेंट नहीं था। उसमें भी इन लोगों ने पैसा लेकर एडमिशन कर दिया है। जबकि मारवाड़ी कॉलेज में ऑलरेडी सीट समाप्त हो चुका है और विश्वविद्यालय के द्वारा पैसे लेकर एडमिशन किया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय ने अपना सरगना फैला कर रखा है। सीमांचल में विश्वविद्यालय ने जो अपना दलाल एडमिशन के लिए रखा है और दोनों के द्वारा छह हजार रुपए लेकर पूर्णिया यूनिवर्सिटी पहुंच और बच्चों का एडमिशन करवा दिया जाता है। वहीं, छात्र साइकर रहमान और अशरफ राजा ने बताया कि वह 12वीं परीक्षा देकर फर्स्ट डिवीजन मार्क्स आया है, लेकिन मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आया। इसके बाद दलालों द्वारा छात्र को कहा गया छह हजार रुपया देने के बाद आपका कार्य कर दिया जाएगा। इसके बाद छात्रा ने कार्य करने हेतु छह हजार दे दिए इसके बाद उनका नामांकन लिस्ट में नाम आया। इसी मामले में गुरुवार को नामांकन के दौरान सभी छात्र एवं छात्राओं ने मिलकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, प्रदर्शन इतना ज्यादा बढ़ गया कि प्रशासन को भी कॉलेज आना पड़ा। कॉलेज के प्रोफेसर ने बताया कि यूनिवर्सिटी द्वारा ऐसी कोई प्रावधान नहीं है कि छात्रों से किसी भी प्रकार की शुल्क ली जाए और इसमें कॉलेज का कहीं भी हस्तक्षेप नहीं है। छात्र का कहना है कि उन्होंने नामांकन हेतु छह हजार रुपए दिए मगर इसकी कॉलेज को कोई खबर नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार / धर्मेन्द्र सिंह / गोविंद चौधरी

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