केविवि के प्रो. डॉ. परमात्मा मिश्र भोपाल में प्रस्तुत करेंगे शोध पत्र
पूर्वी चंपारण,25 जनवरी(हि.स.)। भोपाल में जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी व मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के मीडिया अध्ययन विभाग प्रोफेसर डॉ. परमात्मा मिश्र अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेगे। उक्त कार्यक्रम भोपाल में 27 से 29 जनवरी, 2024 तक आयोजित है। जिसमे ''सांस्कृतिक परम्परा में साधु और सन्यासी'' विषयक शोध संगोष्ठी में डॉ. मिश्र अपना शोध पत्र ''लोक सांस्कृतिक परम्परा और बाउल सन्यासी'' प्रस्तुत करेगे।
केविवि कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने इसको लेकर डा.मिश्र को बधाई देते कहा है,कि उनका बाउल सन्यासी पर केंद्रित शोध पत्र संगोष्ठी को एक नया आयाम प्रदान करेगा। संगोष्ठी के लिए उनके शोध पत्र का चयन और आमंत्रण विश्वविद्यालय परिवार के लिए गौरव का विषय है।
मीडिया अध्ययन विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार झा ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि लोक सांस्कृतिक परम्परा के संरक्षण और शोध की दृष्टि से संगोष्ठी नए आयाम को प्राप्त करेगी। डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने कहा कि संगोष्ठी में देश के विभिन्न प्रदेशों से लोक संस्कृति और परम्परा के 50 से अधिक विद्वान शामिल हो रहे हैं।
उन्होने अपने शोध पत्र ''लोक सांस्कृतिक परम्परा और बाउल सन्यासी'' की चर्चा करते हुए कहा कि बाउल का दर्शन, योग, अध्यात्म के प्रति उनकी रुचि और लोक गायन की सशक्त अभिव्यक्ति गज़ब की हैं। हालांकि बाउल को अनेक राज्यों में भी अलग-अलग रूपों में देखा और जाना जाता है लेकिन यह अध्ययन पश्चिम बंगाल के बाउल सन्यासी और उनके लोक गायन पर केंद्रित है।
हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश
/चंदा
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