दुनियाभर में पसंद भारतीय खादी के प्रचार से होगा संस्कृति का प्रसार : कार्यपालक निदेशक
केवीआईसी पटना के सहयोग से बरौनी रिफाइनरी में मना खादी महोत्सव
बेगूसराय, 28 अक्टूबर (हि.स.)। वोकल फॉर लोकल एवं महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए खादी वस्त्र अभियान को ध्यान में रखते हुए बरौनी रिफाइनरी द्वारा शनिवार को टाउनशिप में केवीआईसी पटना के सहयोग से खादी महोत्सव (लघु प्रदर्शनी) का आयोजन किया गया।
शुभारंभ कार्यपालक निदेशक एवं बरौनी रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने कार्यपालक निदेशक (तकनीकी) सत्य प्रकाश, केवीआईसी के राज्य निदेशक डॉ. एम. हनिफ अवस्थी, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) जी.आर.के. मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) डॉ. प्रशांत राऊत, बीटीएमयू के अतिरिक्त महासचिव संजीव कुमार सहित अन्य की उपस्थिति में किया।
महोत्सव को संबोधित करते हुए आर.के. झा ने कहा कि खादी कपड़े मात्र कपड़े नहीं, यह हमारी भारतीयता की पहचान है। हम इसका जितना इसका प्रचार-प्रसार करेंगे, हमारी संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा। कभी सादगी की पहचान मानी जाने वाली खादी अब आधुनिकता संग कदमताल कर रही है। यही कारण है कि बाजारों से लेकर मॉल तक खादी के उत्पाद लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। यही नहीं खादी के कपड़े और उत्पाद, मल्टीनेशनल ब्रांड पर भी भारी पड़ते दिख रहे हैं।
आधुनिक दौर में इसकी गुणवत्ता का जलवा पाश्चात्य संस्कृति में रचे बसे फैशन प्रेमी भी देख रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में खादी ब्रांड बन कर उभरा है और इसकी खरीदारी भी देश विदेश में हाथों हाथ हो रही है। आज भारत के खादी को दुनियाभर में पसंद किया जा रहा है। वरिष्ठ प्रबंधक (कॉर्पोरेट संचार) रवि भूषण कुमार ने बताया कि मेला में हैंडलूम कारीगरों के हाथ से बने बनारसी साड़ी, कमीज-सलवार, सूट के स्टॉल लगा। सभी समानों का फिक्स रेट बाजार से सस्ता था।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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