मानव जीवन को तनाव से मुक्त करती है कविताएं : बरौनी रिफाइनरी प्रमुख
बेगूसराय, 07 नवम्बर (हि.स.)। बरौनी रिफाइनरी में आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत ऑफिसर क्लब में भव्य कवि गोष्ठी का आयोजन किया। कवि गोष्ठी में कविता पाठ के लिए प्रसिद्ध लेखक, कवि और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित नीलोत्पल मृणाल को आमंत्रित किया गया था।
उनका साथ देने के लिए चर्चित कवि अशांत भोला एवं प्रफुल चंद्र मिश्रा को भी आमंत्रित किया गया था। जिसमें अपनी मनमोहक रचनाओं से इन कवियों ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने रिफाइनरी के अधिकारी, ऑफिसर एसोसिएसन के प्रतिनिधि एवं बीटीएमयू के प्रतिनिधि सहित अन्य की उपस्थिति में किया।
इस अवसर पर आर.के. झा ने कहा कि किसी देश की संस्कृति और सभ्यता को जानने के लिए वहां के साहित्य का सम्पूर्ण रुप से अध्ययन आवश्यक होता है। साहित्य, देश, जाति, व्यक्ति के विकास का स्रोत है, जिसे काव्य धारा द्वारा जीवंत किया जा सकता है। कवि एक ओर आनंद की हिलोरें मारकर मन मस्तिष्क में पहुंचाते हैं। वहीं, कविताएं मानव को कुछ क्षणों के लिए तनाव मुक्त करती है।
आज के इस प्रतियोगिता के दौर में हर मानव कहीं ना कहीं तनावग्रस्त दिखता है और यही हमारी जीवन शैली बनती जा रही है। हास-परिहास प्रसन्नता की एक सरल और सहज अभिव्यक्ति है, जिसे बड़ी आसानी से समाज के हर तबके के लोग समझ सकते हैं। इस अवसर पर कवि नीलोत्पल मृणाल, अशांत भोला एवं प्रफुल चंद्र मिश्रा ने अपनी एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत किया।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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