जीवनरक्षक टीका का हकदार है हर एक बच्चा: सिविल सर्जन



किशनगंज 29अप्रैल(हि.स.)। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने सोमवार को यहां कहा कि टीका हर साल लाखों लोगों का जान बचाती है। ये सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती का एक मजबूत स्तंभ है। इन टीकों की वजह से ही कभी आतंक का प्रयाय माने जाने वाले चेचक, खसरा, पोलियो, हैजा सहित कई जानलेवा रोगों के प्रभाव से आज हम खुद को पूरी तरह महफूज पाते हैं।
उन्होंने कहा कि रोगी रोधी टीकों का आविष्कार मानवता के इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में शुमार है। टीकों की स्वीकार्यता को बढ़ाने इसकी उपयोगिता के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही 24 से 30 अप्रैल को हर साल विश्व टीकाकरण सप्ताह आयोजित किया जाता है। इस वैश्विक आयोजन के माध्यम से समुदाय में टीकाकरण की मांग को बढ़ावा देने के साथ इसकी स्वीकार्यता को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों में रोगी प्रतिरोधात्मक क्षमता का अभाव होता है। इस कारण उन्हें गंभीर रोगों के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। छोटे बच्चे पर आसपास का वातावरण व इसमें मौजूद हानिकारक कीटाणु व विषाणु बहुत जल्दी उन पर अपना प्रभाव छोड़ते हैं। इस कारण बच्चों को बीमारियों का खतरा अधिक होता है। बच्चों को इन रोगों से संरक्षित रखने के लिये गर्भ ठहरने के तत्काल बाद महिलाओं को टेटनस-डिप्थेरिया वैक्सीनेशन लगाया जाता है। नवजात के जन्म के उपरांत समय पर सभी जरूरी टीका लगाना जरूरी होता है।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/गोविन्द