जेनजी आंदोलन के बाद भारत नेपाल के संबंध को लेकर परिचर्चा

WhatsApp Channel Join Now
जेनजी आंदोलन के बाद भारत नेपाल के संबंध को लेकर परिचर्चा


अररिया, 21 दिसम्बर(हि.स.)। जेनजी आंदोलन के बाद भारत नेपाल के संबंध को लक्षमिनिया युवा क्लब की ओर से सीमा पार विराटनगर स्थित नेपाल पत्रकार महासंघ के सभा भवन में परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब के अध्यक्ष नितेश साह ने किया। प्रमुख अतिथि के रूप मे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जयराम यादव मौजूद थे।वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में अररिया नगर परिषद के उप मेयर गौतम साह उपस्थित थे।

आयोजित कार्यक्रम मे वक्ता के द्वारा जेनजी आंदोलन के बाद नेपाल मे बदल रही परस्थिति पर चर्चा किया गया।वक्ताओं के द्वारा नेपाल में चीन के नागरिक के द्वारा मधेश की बेटी की तस्करी का मुद्दा उठाते हुए कहा की चीन की नजर अब मधेश में है।जिसके बाद तराई इलाके की बेटियों की तस्करी बढ़ी है,जो कही न कही भारत-नेपाल के बेटी रोटी के संबंध पर असर पड़ने की बात कही।

पत्रकार कौशल निरौला ने बांग्लादेश की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत-नेपाल की खुली सीमा है। इसको लेकर नेपाल के नागरिक होने के नाते इसी मंच से भारत सरकार से मांग करते हैं कि नेपाल में किसी तरह के घुसपैठ न हो।वही श्री हरी सत्संग समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष भीखमचंद सरल ने दो देश के मित्रता पर चर्चा किया। बीरेंद्र साह ने कहा की भारत ही हमारा पडोसी है, लेकिन समय-समय पर भारत के तरफ से कुछ नेताओ के द्वारा नेपाल को छोटा दिखाने का प्रयास किया जाता है। वही पत्रकार वरुण मिश्रा ने अपने मंतवय मे कहा कि भारत के बिना नेपाल का नेपाल के बिना भारत का संबंध अधूरा है। भारत मे जहां अरबों की जनसंख्या है वहीं चंद नेताओं की अभिव्यक्ति से सम्बन्ध को कोई फर्क नहीं पड़ता।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

Share this story