इंडियन ऑयल के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है बीआर-9 परियोजना : एस.एम. वैद्य
बेगूसराय, 27 नवम्बर (हि.स.)। इंडियन ऑयल के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य (एस.एम. वैद्य) ने आज बरौनी रिफाइनरी, पूर्वी क्षेत्र पाइपलाइन बरौनी यूनिट, बरौनी मार्केटिंग टर्मिनल, एलपीजी बॉटलिंग प्लांट एवं बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप में बेगूसराय मंडल कार्यालय का दौरा किया। उन्होंने विस्तारीकरण परियोजना की भी गहन समीक्षा की।
अध्यक्ष एस.एम. वैद्य ने बरौनी रिफाइनरी की बीआर-9 विस्तार परियोजना के तहत वायुमंडलीय वैक्यूम यूनिट (एवीयू)-IV की प्रगति की समीक्षा की तथा साइट पर पीएमसी- मेसर्स टोयो एंड कॉन्ट्रैक्टर मेसर्स एलएंडटी के साथ बातचीत की। नई इकाई बीआर के मौजूदा तीन एवीयू को एक नौ एमएमटीपीए क्षमता एवीयू-IV से प्रतिस्थापित करेगी। बीआर कर्मचारियों, पीएमसी और अनुबंध श्रमिकों की टीम से बातचीत में उन्होंने कहा, बीआर-9 विस्तार परियोजना बरौनी रिफाइनरी के क्षितिज को बदल देगी।
उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत और नेपाल में ईंधन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए यह इंडियन ऑयल के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण परियोजना है। यह अत्यंत आवश्यक है कि परियोजना को समय सीमा के भीतर, सुरक्षित रूप से और अनुमोदित लागत के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने बीएक्सपी, एमएसक्यू और ओएम एंड एस में नियंत्रण कक्षों का भी दौरा किया और शॉप-फ्लोर कर्मचारियों और नियंत्रण कक्ष संचालकों के साथ बातचीत की। उन्होंने रिफाइनरी में उन्नत सुविधाओं की सराहना की तथा प्रदर्शन मापदंडों पर ध्यान केंद्रित रखने के लिए कर्मचारियों में आत्मविश्वास जगाया।
उन्होंने एसओपी और अन्य सुरक्षा निर्देशों का अनुपालन कर बैटरी क्षेत्र के अंदर शत-प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित करने की सलाह दी। अध्यक्ष ने पुनर्निर्मित बीआर कैंटीन और नव स्थापित कैफेटेरिया का भी दौरा किया। इसके बाद औद्योगिक कैंटीन और कैफेटेरिया के नए माहौल की सराहना करते हुए कहा कि यह रिफाइनरी के कर्मचारियों को भोजन के लिए एक जीवंत वातावरण प्रदान करेगा। अध्यक्ष ने इंडियन ऑयल के ऐतिहासिक वित्तीय प्रदर्शन और रुपये के शानदार शुद्ध लाभ के लिए टीम को बधाई दी। जो कि 30 सितम्बर को समाप्त होने वाले छह महीनों के लिए 26718 करोड़ है।
उन्होंने कहा एक कप्तान उतना ही अच्छा होता है जितनी उसकी टीम। यदि आपमें से प्रत्येक ने सभी बाधाओं के बावजूद समर्पण, जुनून और प्रतिबद्धता के साथ काम नहीं किया होता। यदि यह नहीं होता तो इंडियन ऑयल ऊर्जा क्षेत्र में देश का नेतृत्व नहीं कर पाता और 2023 के लिए ब्लूमबर्ग एनईएफ एनर्जी ट्रांज़िशन रैंकिंग में शीर्ष भारतीय कंपनी (रैंक 23) नहीं बन पाता। यह दर्शाता है कि वैश्विक तेल एवं गैस कंपनियों के बीच हमारा कद बढ़ रहा है। एक संगठन जो लाभदायक है, अपने कर्मचारियों और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति समर्पित है।
यह बहुत बड़ी बात है कि हम अपने ईंधन पंप स्टेशनों के माध्यम से प्रतिदिन करीब 3.54 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करने में सक्षम हैं। 26 लाख से अधिक इंडेन सिलेंडर और 23 सौ से अधिक उड़ानों में ईंधन वितरित करते हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि देश हमें विश्वसनीय और विश्वसनीय दोनों मानता है। इंडियन ऑयल को विश्वास और राष्ट्र-प्रथम के हमारे मूल मूल्यों से प्रेरित त्रुटिहीन टीम के माध्यम से अपने प्रतिबद्ध संचालित कार्यबल द्वारा संचालित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी (बीआर) ने 2022-23 के दौरान बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। बताते हुए बेहद संतुष्टि हो रही है कि बीआर ने हमारी कई अन्य रिफाइनरियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। भौतिक मापदंडों, ऊर्जा दक्षता और अन्य पर्यावरणीय पहलुओं में त्रुटिहीन प्रदर्शन के लिए आप बधाई के पात्र हैं। बरौनी रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने अपने लिए बहुत ऊंचा मानदंड स्थापित किया है, अब शीर्ष स्थान पर बने रहना और बनाए रखना आपके लिए प्रासंगिक है।
निगम के दृष्टिकोण, रणनीतिक दृष्टिकोण और व्यावसायिक परिप्रेक्ष्य के संबंध में उन्होंने कहा कि हमारे आयात बिंदु पर वीएलसीसी टैंकर लोड होने से लेकर पानी के पार नौकायन, पाइपलाइनों के माध्यम से जमीन पर यात्रा करने तक इंडियन ऑयल का व्यवसाय बहुत जटिल है और अंत में रिफाइनरी गेटवे तक पहुंच गया। तेल और गैस के व्यवसाय में रिफाइनिंग मार्जिन बहुत कम है, इसलिए जब तक कोई रिफाइनरी कुशलता से नहीं चलती, हम निगम के लिए लाभ नहीं कमा सकते।
यदि कोई रिफाइनरी भौतिक रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो यह दर्शाता है कि आपने अपनी लागत को नियंत्रण में रखा है और यह सुनिश्चित किया है कि रिफाइनरी संचालन विश्वसनीय और कुशल है। भारत प्रगति कर रहा है और इसमें कभी रुकावट नहीं आती। इसी तरह इंडियन ऑयल भी राष्ट्र-प्रथम की भावना से प्रेरित होकर कभी निराश नहीं होता। सरकार कई संकटों और जटिलताओं के तहत देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में इंडियन ऑयल पर भरोसा और भरोसा करती है। जिसका उदाहरण कोविड-19, प्राकृतिक आपदाओं, यूक्रेन-रूस भू-राजनीतिक तनाव आदि के दौरान देखा गया था।
उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल बड़े पैमाने पर रिफाइनरी संचालन में निवेश कर रहा है। मांग का दृष्टिकोण 2026 तक करीब 25 एमएमटीपीए क्षमता बढ़ाई जाएगी, जिससे हमारी कुल क्षमता 105 एमएमटीपीए हो जाएगी। यह लाभ हमें देश की अग्रणी तेल एवं गैस कंपनी बना देगा। हमें अगले 20-25 वर्षों में इस अवसर का भरपूर लाभ उठाना है। हम ऊर्जा के अन्य रूपों में विविधता लाते हुए 360 डिग्री एकीकृत ऊर्जा कंपनी बनने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। सुनिश्चित करें कि अगले 50-60 वर्षों तक अपनी नेतृत्व स्थिति जारी रखें। आप गति को ऊंचा रखें तथा नंबर-यूनो स्थिति तक पहुंचने और बनाए रखने को सुनिश्चित करने के लिए खुद को बेहतर बनाने पर निवेश करें।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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