छुट्टी कटौती हिन्दू भावनाओं के साथ खिलवाड़, हिन्दू समाज बर्दास्त नहीं करेगा : नन्हें
सहरसा,30 नवंबर (हि.स.)। बिहार सरकार द्वारा 2024 में होने वाले विद्यालय की छुट्टी में फेरबदल को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व जिला मंत्री सह छात्र संघ अध्यक्ष सागर कुमार नन्हें ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि बिहार सरकार द्वारा वर्ष 2024 में होने वाले विद्यालय की छुट्टियों में तुष्टिकरण की नीति को अपनाया गया है।
विद्यालय में शिवरात्रि, रामनवमी, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, जिउतिया समेत कई हिन्दू त्यौहार की छुट्टियां रद्द कर दी गई है।वही दीपावली, छठ, दुर्गा पूजा की छुट्टियां समाप्त कर दिया गया है। दूसरी तरफ मुसलमानो को खुश करने के लिए ईद, मुहर्रम आदि की छुट्टियां पहले से ज्यादा कर दी गई है।उन्होंने कहा की बिहार सरकार का यह तुगलकी फरमान सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य कर रही है। समाज में एकता समरसता एवं सौहार्द खत्म करने के लिए ऐसा निर्णय लिया जा रहा है। बिहार में शिक्षकों की कुल संख्या में लगभग आधी संख्या महिलाओं की है।महिलाएं इन पर्व में उपवास पर रहती है ऐसे फैसले समाज के हित में नहीं है।
इस निर्णय के बाद संपूर्ण बिहार में शिक्षकों एवं हिन्दू समाज में रोष है।बिहार सरकार के शिक्षा विभाग को इस अमानवीय फैसला को अविलंब वापस लेना चाहिए।सत्ताधारी पार्टी हिन्दुओं को जातियों में बाटकर उनको एक-दूसरे के खिलाफ भड़का कर उनका वोट पाने और मुसलमानो को खुश करने की पुरजोर कोशिश में है। लेकिन सत्ताधारी दल भ्रम में है। उनकी यह सांप्रदायिक मंशा कामयाब नहीं होंगी। इसे कोई भी हिन्दू बर्दाश्त नही करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय
/चंदा
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