सिमरिया राजकीय कल्पवास मेला में हुई प्रथम वृहत परिक्रमा, गूंज उठा जय श्रीराम
बेगूसराय, 31 अक्टूबर (हि.स.)। राजकीय कल्पवास मेला सिमरिया में मंगलवार को प्रथम वृहत परिक्रमा का आयोजन अखिल भारतीय सर्वमंगला सिद्धाश्रम के संस्थापक स्वामी चिदात्मन जी के नेतृत्व में किया गया। इस दौरान सिमरिया धाम जय गोविंद हरे, जय गोपाल हरे और जय श्रीराम के जयकारा से गूंज उठा।
सर्वमंगला सिद्धाश्रम से निकली परिक्रमा सिमरिया धाम बाजार, बिंद टोली चौक, कल्पवास मेला क्षेत्र और रामघाट होते हुए सर्वमंगला सिद्धाश्रम पहुंच परिक्रमा सम्पूर्ण हुई। इस दौरान सैकड़ों साधु-संत और नागा के अलावा हजारों श्रद्धालुओं शामिल हुए। हाथ में डमरू, त्रिशूल, लाठी, भाला और तलवार के साथ नागा ध्वज से सजी परिक्रमा में गजब का उत्साह था।
परिक्रमा में श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा के श्री दिगंम्बर तुलसी गिरी, श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के जमातिया महंत विपिन पूरी, दिलीप पूरी, दशनाम आह्वान अखाड़ा के जमातिया महंत जया गिरी, वैष्णव अखाड़ा के देवा मंडल, महंत गुरदीन दास, श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के सत्येंद्र मुनि, दंडी सन्यासी रामदेव आश्रम, जगदीश आश्रम, दिनेश आश्रम, महंत वनदेवी, सहित हरिद्वार, प्रयाग, वाराणसी एवं चित्रकूट आदि जगहों के साधु-संत शामिल थे।
परिक्रमा के बाद सिद्धाश्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी चिदात्मन जी ने कहा कि कार्तिक मास में गंगा स्नान करने से दैहिक-दैविक सारे पाप-ताप नष्ट हो जाते हैं। हम जन्म-जन्मांतर के पुण्य के भागी बन जाते हैं, हम भारत वासी धर्म को प्रधानता देते हैं। परिक्रमा में शामिल होने से अश्वमेध यज्ञ करने के बराबर फल प्राप्त होता है। सिमरिया गंगा तट पर शांति प्राप्त करने के लिए देश विदेश से भी लोग आते हैं। सूर्य, चंद्र और ब्रहस्पति के योग से द्वादश कुंभ का शुभारंभ आदि सिमरिया धाम में हुआ।
उन्होंने कहा कि समुंद्र मंथन से निकले 14 रत्न निकले तथा अमृत कलश लेकर धनतेरस के दिन धन्वंतरि जी प्रकट हुए। प्रत्येक 12 वर्षो पर महाकुंभ योग होता है, जो कालांतर में लुप्त हो गया। फिर राजा हर्षवर्धन के सहयोग से तीन जगह प्रयागराज, हरिद्वार एवं उज्जैन में कुंभ जागृत हुआ। संत समाज द्वारा चौथा कुंभ नासिक को जगाया गया। विद्वतजनों के प्रमाण से मिथिला की भूमि सिमरिया में 2011 से तुलार्क कुंभ शुरू हो गया।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।