खेतों में अवशेष जलाने के लिए किसान कामरान आलम पर हुई कार्रवाई
अररिया, 27नवंबर(हि.स.)। फसलों के अवशेष को खेतों में जलाने वाले किसानों के विरुद्ध जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की।सदर प्रखंड के चिकनी के कृषक कामरान आलम, पिता- समशुल के द्वारा 21 नवंबर को फसल अवशेष खेतों में जलाये जाने की घटना की पुष्टि के बाद विभागीय निर्देश के आलोक में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
कृषक कामरान आलम से संबंधित किसान पंजीकरण संख्या- 2091116384149 आगामी तीन वर्षों के लिए विभागीय पोर्टल पर बंद कर दिया गया है। इस बीच उन्हें कृषि विभाग द्वारा किसी भी प्रकार का लाभ नहीं दिया जायेगा। इन्हें धान अधिप्राप्ति के लाभ से भी वंचित करने की कार्रवाई की गई है।
इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि विभागीय निदेश के आलोक में वैसे सभी किसानों का किसान पंजीकरण संख्या अवरूद्ध कर दिया जायेगा, जिनके द्वारा अपने खेतों में फसल अवशेष जलाया जायेगा। उन्होंने बताया इसके अलावा ऐसे किसानों को धान अधिप्राप्ति के लाभ से भी वंचित किया जायेगा। साथ ही बार-बार फसल अवशेष जलाने वाले किसानों पर सेटेलाईट इमेज एरियल प्रतिवेदन के आधार पर सीआरपीसी की सुसंगत धारा 133 के तहत् एवं आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि फसल अवशेष खेतों में जलाये जाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति समाप्त होने के साथ-साथ पर्यावरण पर भी कुप्रभाव पड़ता है। उन्होंने सभी किसान बंधुओं से अपील किया है कि वे अपने-अपने खेतों में फसल अवशेष न जलाये।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा
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