आपातकाल को भाजपा नेता ने बताया देश के माथे पर कलंक
अररिया, 24 जून(हि.स.)। लोकतंत्र पर प्रहार करने का दुःखद दिन 25 जून 1975 को देश के माथे पर आपातकाल का कलंक है और यह कलंक लगाने वाली कांग्रेस के काले कारनामे को देश कभी नहीं भूलेगा और न माफ करेगा। उक्त बातें भाजपा विधानसभा प्रभारी प्रवीण कुमार ने आपातकाल के 49वीं बरसी के पूर्व संध्या पर सोमवार को आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कही।
विधानसभा प्रभारी ने कहा कि स्वतंत्र भारत मे 25 जून 1975 के अर्द्धरात्रि को कांग्रेस द्वारा देश पर थोपे गये शर्मनाक आपातकाल के दौरान रात में सोते हुए लोकनायक जयप्रकाश नारायण सहित अटलबिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई, चरण सिंह, राजनारायण, नानाजी देशमुख कर्पूरी ठाकुर जैसे अनेकों प्रमुख नेता सहित 21 महीने के आपात काल मे 1 लाख 10 हजार लोगों गिरफ्तार किया गया। प्रेस पर सेंसर लगा,अखबारों के जुबान पर ताले जड़ दिये गये और देश वासियों भीषण यातनाएं सहने पर मजबूर कर दिया गया था।
कुमार ने संविधान के अनुच्छेद 352 का दुरुपयोग कर लगाए गए इमरजेंसी के विरुद्ध गम्भीर यातनाएं सहकर भी अपनी आवाज बुलंद करने वाले सत्याग्रहियों सेनानियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि एक परिवार की सत्ता की लालच ने संसद को निष्क्रिय बनाकर देश को रातों रात जेल में तब्दील कर दिया गया था।प्रेस, विपक्ष, न्यायालय, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सब खत्म कर लोकतंत्र की सांसे को जेल में कैद कर दी गई थी।उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने हमारे लोकतंत्र को बंधक बनाया उन्होंने कभी इस कुकृत्य के लिए माफी नही मांगी और ना ही उनको सजा मिल सकी।
बैठक में पूर्व नगर अध्यक्ष सुनील मिश्रा,पूर्व जिला उपाध्यक्ष राजीव झा, सुबोध मोहन ठाकुर, राजप्रकाश चौधरी,वीरेंद्र मेहता, सत्यवान मालाकार, विभाष झा, भाजयूमो जिला उपाध्यक्ष संदीप कुमार, विपुल सिंह, सुकांत आदर्श, कुणाल कुमार प्रियदर्शी सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा
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