परिवर्तनकारी यात्रा शुरू कर रही है इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी : कार्यपालक निदेशक
बेगूसराय, 23 दिसम्बर (हि.स.)। बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख सत्य प्रकाश ने आज प्रेसवार्ता में कहा है कि सतत विकास की दिशा में इंडियन ऑयल के नेट जीरो 2046 लक्ष्य की ओर सार्थक कदम बढ़ा रही है। इसके लिए बरौनी रिफाइनरी सभी पर्यावरणीय मानकों का अनुपालन कर रही है, ग्रीन बेल्ट और बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा नैचुरल गैस के उपयोग, सोलर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, ग्रिड पावर पर भी कार्य किए गए हैं। बरौनी रिफाइनरी ने 2023-24 में अपने 58 वर्षों के इतिहास का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन दिया है। हमने बीएस-VI ईंधन, ईबीएमएस और एटीएफ सहित पेट्रोलियम उत्पादों के विविध समूह के साथ राष्ट्र की सेवा करने के कॉर्पोरेशन के लक्ष्यों को साकार करने के लिए प्रौद्योगिकी और नवाचार को प्रेरक शक्ति के रूप में अपनाया है।
उन्होंने कहा कि बरौनी रिफाइनरी के रणनीतिक महत्व में पड़ोसी देश नेपाल की ईंधन मांगों को पूरा करना बड़ी जिम्मेदारी है। बीआर-9 परियोजना को समय पर पूरा करना है। तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की बढ़ती मांग के अनुरूप बरौनी रिफाइनरी विस्तार परियोजना परिवर्तनकारी यात्रा शुरू कर रही है। इतना बड़ा विस्तार चल रहा है, जो मौजूदा बुनियादी ढांचे और ऑन-स्ट्रीम रिफाइनरी के भीतर कई चुनौतियों को पेश कर रहा है।
रिफाइनरी के भीतर निर्माण गतिविधियों को निष्पादित करने के लिए परिचालन और सुरक्षा आयामों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। यह पुनर्निर्मित औद्योगिक परिसर ना केवल हमारी कंपनी की आय को मजबूत करेगा। बल्कि बीआर-9 को इस क्षेत्र के विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में भी स्थापित करेगा। बिहार की पहली पेट्रोकेमिकल इकाई के चालू होने के साथ हम इस स्थान और पड़ोसी क्षेत्रों को पेट्रोकेमिकल उद्योगों के लिए एक नया केंद्र बनकर बिहार के लोगों को समृद्धि की ओर ले जाएगा।
परियोजना कार्यान्वयन के इस महत्वपूर्ण चरण में आगे बढ़ रहे हैं, सभी हितधारकों के लिए अतिरिक्त प्रयास करना आवश्यक है। बरौनी रिफाइनरी ने अप्रैल-सितम्बर 2023-24 के दौरान 19102 करोड़ परिचालन से राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। इसी अवधि के लिए 1764 करोड़ का लाभ भी दर्ज किया है। अप्रैल से सितंबर के दौरान बरौनी रिफाइनरी ने 16.14 डॉलर/बीबीएल का जीआरएम हासिल किया। जो उत्तर पूर्वी रिफाइनरियों को छोड़कर आईओसीएल रिफाइनरियों में सबसे अधिक है।
हमें जीआरएम को अधिकतम करने के लिए अपने प्रदर्शन को निरंतर बनाए रखना है। उत्पाद शुल्क के भुगतान के मामले में बरौनी रिफाइनरी बिहार के सरकारी खजाने में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक है। अप्रैल-अक्टूबर 2023-24 की अवधि के लिए केंद्रीय खजाना को 4317 करोड़ का योगदान दिया है। सरकारी खजाने में हमारे योगदान को केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग ने भी जीएसटी दिवस पर सम्मानित करके स्वीकार किया है।
पर्यावरण स्थिरता अब कोई विकल्प नहीं है। मंत्रालय द्वारा दिए गए नेट जीरो और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के साथ हमें पर्यावरण पर इसके प्रभाव के संदर्भ में प्रत्येक गतिविधि के प्रति सतर्क रहना है। जरुरत है कि ''हरित संकल्प को मजबूत करने'' पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी अगली पीढ़ी के लिए एक स्वच्छ और हरित वातावरण का पोषण करें। उन्होंने बरौनी रिफाइनरी द्वारा किए जा रहे विकास गतिविधियों के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी।
इससे पहले मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) डॉ. प्रशांत राऊत ने महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। जबकि, उप महाप्रबंधक (तकनीकी सेवा) देवराज अर्श ने बरौनी रिफाइनरी के प्रदर्शन पर प्रस्तुति दी। जिसमें तकनीकी माईलस्टोन, वित्तीय हाइलाइट्स, विस्तार परियोजना और सामुदायिक विकास पहल शामिल थे।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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