भाजपा ने उठाया शराबबंदी पर सवाल, शहीद दरोगा के परिजन को 50 लाख देने की मांग
बेगूसराय, 20 दिसम्बर (हि.स.)। नावकोठी थाना क्षेत्र में शराब कारोबारी को पकड़ने गए दारोगा की हुई शहादत को लेकर भाजपा ने शराबबंदी की समीक्षा करने की मांग की है। सदर अस्पताल में शहीद दारोगा के अंतिम दर्शन करने आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के प्रतिनिधि और वरिष्ठ भाजपा नेता अमरेन्द्र कुमार अमर ने कहा है कि लोकप्रिय खामस चौधरी की हत्या का कारण शराबबंदी है।
उन्होंने कहा है कि नावकोठी थाना क्षेत्र में तैनात ईमानदार, कर्तव्यनिष्ठ औल जनता की सेवा में लगे रहने वाले खामस चौधरी की देर रात शराब माफियाओं ने कुचलकर हत्या कर दी। यह एक साथ दो-तीन सवाल खड़ा कर रहा है। एक तो सवाल है कि जो 24 घंटा काम करने वाले पुलिस पदाधिकारी की सुरक्षा और उनके रखरखाव पर सरकार कितनी खर्च करती है।
नीतीश कुमार की सरकार शराबबंदी लागू कर रहे हैं तो वही दारोगा लॉ एंड आर्डर में भी लगा हुआ है। वही दारोगा शराबबंदी में भी लगा हुआ, वही दारोगा केस के अनुसंधान में भी लगा हुआ है। आखिर एक दारोगा से कितना काम लेना चाहती है, इन सवाल के साथ-साथ शराबबंदी कानून के समीक्षा का भी सवाल खड़ा होता है। नीतीश कुमार की हठधर्मिता के कारण पूरा बिहार तबाह हैं।
एक तरफ आम लोग मारे जा रहे हैं तो दूसरी ओर पुलिस पदाधिकारी भी मारे जा रहे हैं। शराब कारोबारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। आप जहां भी चाहे शराब उपलब्ध हो सकता है। यह कैसी शराबबंदी है। लोक लुभावन नारा के सहारे नीतीश कुमार कितने पुलिसकर्मियों की जान लेना चाहते हैं। नीतीश कुमार को इसकी समीक्षा करनी चाहिए। मृतक खामस चौधरी के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा तथा सेवा अवधि का लाभ मिलना चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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