दधीचि देहदान समिति ने सौंपा सेठिया परिवार को प्रशस्ति पत्र,मरणोपरांत मोहनलाल सेठिया का हुआ था नेत्रदान
अररिया 04जनवरी(हि.स.)। फारबिसगंज के व्यवसायी दिवंगत मोहनलाल सेठिया के द्वारा मरणोपरांत नेत्रदान देने के संकल्प को पूरा करने के लिए उनके पुत्र राकेश सेठिया एवं परिजनों का गुरुवार को दधीचि देहदान समिति के जिला शाखा द्वारा अभिनंदन किया गया। उनके आवास पर आयोजित स्मृति सभा मे दधीचि देहदान समिति पूर्णिया के संरक्षक डॉ एके गुप्ता, सचिव रविंद्र कुमार साह विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम में दिवंगत मोहन सेठिया की स्मृति में एक मिनट का मौन रखकर उनके फोटो पर उपस्थित सभी लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर विनोद सरावगी, शिवनारायण दास, पूनम पांडीया आदि के द्वारा स्वर्गीय मोहन सेठिया द्वारा दिए गए नेत्रदान की अनुमोदना की गई। आयुष अग्रवाल ने उनके आवास वाली गली का नाम मोहनलाल सेठिया लेन किए जाने के लिए नगर परिषद से मांग की। पूर्णिया शाखा के संरक्षक डॉक्टर ए के गुप्ता ने राकेश सेठिया को शाॅल उढ़ाया तथा सभा में उपस्थित लोगों द्वारा उनके परिजनों पुत्रवधू कल्पना सेठिया, सुपुत्री सारिका लोढ़ा एवं प्रियंका वेद तथा बहन सुमित्रा वेद को दुपट्टा प्रदान किया गया। अपने अध्यक्ष अभिभाषण में आजादशत्रु अग्रवाल ने मोहनजी के नेत्रदान को एक प्रेरणा सोत्र बताते हुए इसे समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण कहा तथा समिति बिहार पटना से प्राप्त प्रशस्ति पत्र को पढ़कर सुनाया तथा राकेश सेठिया को सोंपा।
सेठिया की पुत्रवधू कल्पना सेठिया ने अपने अश्रु पूर्ण संबोधन में अपने ससुर के संयमित जीवन का प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनकी पुत्रवधू बनने का सौभाग्य मिला। उन्होंने आह्वान किया सभी लोग अपने नेत्रदान देने का संकल्प ले ।
उल्लेखनीय हो कि मोहनलाल सेठिया का निधन 27 दिसंबर को हो गया था तथा उन्होंने अपना नेत्रदान देने का संकल्प पहले से ही कर रखा था तथा इस बारे में अपने परिजनों को बता दिया था । मरणोपरांत उनकी इच्छा को पूर्ण की गई।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा
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