चरस तस्करी मामले में नेपाली युवक को दस वर्षों का सश्रम कारावास
पूर्वी चंपारण,03 मार्च(हि.स.)। चौदहवीं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह नारकोटिक्स के विशेष न्यायाधीश सूर्यकांत तिवारी ने चरस तस्करी मामले में दोषी पाते हुए नामजद एक अभियुक्त को दस वर्षों का सश्रम कारावास एवं दो लाख रुपए अर्थ दंड की सजा सुनायी है। अर्थ दंड नहीं देने पर छह माह की अतिरिक्त सजा काटनी होगी।
सजा नेपाल नाबाकोट जिला के त्रिशुली निवासी इकबाल अहमद के पुत्र सेराज अहमद को हुई है। मामले में तत्कालिन थानाध्यक्ष पवन सिंह ने रक्सौल थाना में मामला दर्ज कराते हुए सेराज अहमद को नामजद किया था, जिसमें कहा था कि गुप्त सूचना पर प्रेमनगर रेलवे लाइन के समीप हाथ में लिए एक झोला सहित एक युवक को पकड़ा गया। जांच के दौरान उसके झोला से 4.200 ग्राम चरस के साथ अन्य सामान बरामद की गई थी । एनडीपीएस वाद संख्या -92/2017 विचारण के दौरान विशेष लोक अभियोजक डा.शंभु शरण सिंह ने अभियोजन साक्ष्य प्रस्तुत किया। न्यायाधीश ने धारा 20(b)ii(c) एवं 23(c) एनडीपीएस में दोषी पाते हुए उक्त सजा सुनाए।
हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/चंदा