बेतिया राज के अंतिम महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह की 130 वी पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
बेतिया, 26 मार्च (हि.स.)। बेतिया के सत्याग्रह भवन में शिक्षाविद ,कला प्रेमी, बेतिया राज के अंतिम महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह की 130 वीं पुण्यतिथि पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन रविवार को किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ,बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट के निर्देशक सबा, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली ,वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला।
ऐतिहासिक बेतिया राज के महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह का जन्म, मार्च 1854 ई में हुआ था ।संतान नहीं होने के कारण 39 वर्ष की आयु में 2 मार्च 1893 ई को पहली पत्नी महारानी शिवरतन कुंवर के अनुरोध पर, महारानी जानकी कुंवर से विवाह कोलकाता स्थित बेतिया राज के महल में हुआ था ।मात्र 22 दिन ही सुहागन रही महारानी जानकी कुंवर।आज ही के दिन आज से 130 वर्ष पूर्व 26 मार्च 1893 ई को बेतिया के महाराज हरेंद्र किशोर सिंह का हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। 24 मार्च 1896 ई को महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह की पहली पत्नी, महारानी शिव रतन कुंवर की मृत्यु के बाद बेतिया राज की महारानी के रूप में महारानी जानकी कुंवर ने पदभार ग्रहण किया। लगभग अपने 1 वर्ष के शासनकाल में महारानी जानकी कुंवर ने महाराजा हरेंद्र किशोर सिंह के सपने को साकार करते हुए अनेक रचनात्मक कार्य किए ताकि बेतिया के आम जनों के जीवन को सरल एवं सुलभ बनाया जा सके।
महारानी जानकी कुंवर ने अपने 1 वर्ष के शासनकाल में बेतिया मेडिकल कॉलेज के लिए एक बड़ी धनराशि मुजफ्फरपुर स्थित बैंक में जमा कराई ताकि बेतिया में उच्च श्रेणी का मेडिकल कॉलेज ,अस्पताल स्थापित हो एवं देश-विदेश से लोग इलाज के लिए बेतिया की तरफ रुक करें । महारानी जानकी कुंवर का मेडिकल कॉलेज अस्पताल का सपना लगभग 110 वर्ष बाद पूरा हुआ ।
हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक

