बेतिया में लोकनायक जयप्रकाश नारायण छात्र आंदोलन में मारे गए लोगों की 50वीं वर्षगांठ पर भावभीनी श्रद्धांजलि
बेतिया, 16 मार्च (हि.स)। सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में बेतिया में लोकनायक जयप्रकाश नारायण छात्र आंदोलन के दौरान 16 मार्च 1974 को बेतिया में मारे गए लोगों के सम्मान में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ शाहनवाज अली , डॉ अमित कुमार लोहिया, सचिव मीना बाजार व्यवसायी संघ रेयाज अहमद एवं शशि भूषण गुप्ता ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 50 वर्ष पूर्व 16 मार्च 1974 को भ्रष्टाचार, महंगाई एवं बेरोजगारी के विरुद्ध बेतिया के छात्रों ने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच ऐतिहासिक राज कचहरी मे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस द्वारा फायरिंग की गई जिसमें अनेक छात्र मारे गए।
इस घटना की 50वीं बरसी पर हम सभी बेतिया वासी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। बापू की कर्मभूमि एवं सत्याग्रह की जन्मस्थली बेतिया की इस घटना ने पूरे राज्य को भ्रष्टाचार,महंगाई एवं बेरोजगारी के विरुद्ध आंदोलन करने के लिए छात्रों एवं बिहार वासियों को लामबंद किया।18 मार्च 1974 को जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में पटना में छात्र आंदोलन हुई . जो देश भर में जेपी आंदोलन के रूप में जाना गया. इस आंदोलन के चलते ही देश को लोकतंत्र का सबसे काला समय यानी ''आपातकाल'' का सामना करना पड़ा।
16 मार्च 1974 आज ही का वो दिन जब बेतिया बिहार से जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में छात्र आंदोलन की नींव पड़ गई थी. ये आंदोलन पूरे देश में ऐसा फैल गया कि देखते ही देखते राजनीति का चेहरा ही पूरी तरह बदल गया. ये आंदोलन को कई साल चला।
हिन्दुस्थान समाचार / अमानुल हक
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