बैशाखी पर्व की तैयारी को लेकर बाबा बेणु महाराज मंदिर में बैठक आयोजित
किशनगंज,11अप्रैल(हि.स.)। जिले में टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक व बहुचर्चित स्थल बेणुगढ़ टीला स्थित बैशाखी पर्व की तैयारी को लेकर बैठक का आयोजन गुरुवार को किया गया।
पूजा कमेटी के अध्यक्ष नारायण प्रसाद दास, उपाध्यक्ष हरिहर प्रसाद सिंह, बिरु लाल दास, नंद मोहन सिंह, रविकांत सिंह, मुक्ति चंद्र दास आदि सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में उपस्थित प्रो मुक्ति चंद्र दास ने बताया कि इस बार बंगला संवत् के अनुसार एक वैशाख की तारीख 14 अप्रैल रविवार को है। जिसको लेकर बाबा बेणु महाराज मंदिर में पूजा अर्चना के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं की पहुंचने की उम्मीद है। जिसे देखते हुए मंदिर परिसर की साफ सफाई एवं श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना में किसी भी तरह की कोई कठिनाई नहीं हो इसके लिए विधि व्यवस्था पर बैठक में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
वैशाखी पर्व के अवसर पर श्रद्धालु सूदूरवर्ती क्षेत्रों से पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं। जानकारी के अनुसार मन की मुराद पूरी होने पर लोगों के तरफ से ग्रामीण देवता बाबा बेणु महाराज के मंदिर में कबूतर, छागर की बलि एवं मिठाई चढ़ाते हैं। इस अवसर पर मेला में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूजा कमेटी की ओर पानी, पंडाल व रोशनी की व्यवस्था की गई गयी है। पूजा समिति द्वारा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन को भी सूचना दी जाएगी।
बेणुगढ़ टीला में मेला का आयोजन होने से स्थानीय लोगों में खुशी है। जानकारों का कहना है कि यह स्थान महाभारत काल में राजा बेणु का गढ़ था। यहां से निकट में ही नृत्यशाला गांव है। जहां पांडवों के अज्ञातवास के दौरान अर्जुन नृत्यकला का प्रशिक्षण दिया करते थे। बेणुगढ़ का टीला अभी भी विद्यमान है। इसके चारों ओर ईंट की दीवार है, जो खंडहर में तब्दील हो गई है। एक विशाल पोखर के किनारे राजा बेणु महाराज का मंदिर है। जहां लोग संतान प्राप्ति की मनोकामना की पूर्ति एवं चुनाव में जीत की मंशा, विवाह समारोह के लिए वर-वधु की मन्नतें मांगने आते हैं। परन्तु सरकार की उपेक्षा के कारण पर्यटन स्थल का दर्जा अबतक नहीं मिला और ना हीं पुरातत्व विभाग द्वारा उत्खनन किया गया।
उल्लेखनीय है कि यहां वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री जल जीवन हरियाली के तहत तालाब का सौन्दर्यीकरण तत्कालीन डीएम हिमांशु शर्मा के देख रेख में हुआ था। जिसका उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे। उन्होंने बेणुगढ़ टीला का सौन्दर्यकरण एवं विकास करने का लोगों को आश्वासन दिया था। परंतु जल जीवन हरियाली भी अब सूख सी गई है। बेणुगढ़ टीला का भग्नावशेष व खण्डहर में तब्दील राजा बेणु महाराज का गढ़ आज भी यहां के लोगों के लिए धरोहर है।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/गोविन्द
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