अ-समय मृत्यु होने का सबसे बड़ा कारण है तम्बाकू का सेवन: डॉ मुर्तजा
बेतिया,31 मई (हि.स)। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के मौके पर जिले गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मुर्तजा अंसारी ने कहा की धूम्रपान और धूम्रपान रहित तम्बाकू दोनों ही स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं और समय से पहले मृत्यु का कारण बनते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया भर में तीसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उत्पादक देश और दूसरा सबसे बड़ा तम्बाकू उपभोक्ता देश है। भारत में तम्बाकू के कारण मृत्यु दर 1.3 मिलियन से अधिक होने का अनुमान है। इनमें से, दस लाख लोग तम्बाकू धूम्रपान के कारण और शेष लोग धूम्रपान रहित तम्बाकू के उपयोग के कारण होते हैं। इसके अलावा, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आई सी एम आर) द्वारा 2004 तक प्रकाशित साहित्य के विश्लेषण के आधार पर गैर-संचारी रोगों के कारण रोगों के बोझ का आकलन शीर्षक से किए गए अध्ययन के अनुसार, तम्बाकू के उपयोग के कारण होने वाली बीमारियों का जोखिम क्रमशः स्ट्रोक (78%), तपेदिक (65.6%), इस्केमिक हृदय रोग (85.2%), तीव्र रोधगलन (52%), एसोफैजियल कैंसर (43%), मौखिक कैंसर (38%) और फेफड़ों के कैंसर (16%) के लिए था।
मौके पर एनसीडीओ डॉ अंसारी ने बताया कि ''भारत में तम्बाकू से संबंधित बीमारियों के आर्थिक बोझ'' पर रिपोर्ट (2014) के अनुसार, भारत में सभी गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) से संबंधित मौतों में से 80% से अधिक चार प्रमुख बीमारियों के कारण होती हैं, जैसे हृदय रोग; कैंसर; पुरानी श्वसन संबंधी बीमारियाँ और मधुमेह। भारत में तम्बाकू के कारण मृत्यु दर 13.5 लाख से अधिक होने का अनुमान है (वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण पर रिपोर्ट, 2016-17)। भारत सरकार ने लोगों को तम्बाकू छोड़ने हेतु आवश्यक जानकारी देने के लिए के लिए 1800 112 356 (टोल फ्री) पर कॉल करें या 011-22901701 पर मिस्ड कॉल करने पर इस सम्बन्ध में जानकारी दे रही है।
हिन्दुस्थान सामाचार/अमानुल हक /गोविन्द
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।