गलतफहमी में हुई उत्तर प्रदेश की शिक्षिका शिवानी वर्मा की हत्या,षड्यंत्रकर्ता महिला समेत तीन गिरफ्तार
अररिया 05 दिसम्बर(हि.स.)। बिहार में अररिया जिले के नरपतगंज में उत्तरप्रदेश की रहने वाली शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा हत्याकांड मामले का अररिया जिला पुलिस ने खुलासा कर लिया है। हत्याकांड में शामिल दो अपराधी मो मारूफ, मो सोहेल समेत पुलिस ने घटना की मुख्य साजिशकर्ता महिला हुशनन उर्फ हुस्न आरा पति मो साकिर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके पास से एक देशी कट्टा,घटना में प्रयुक्त बाइक यामाहा एफजेड,घटना को अंजाम देने के समय अपराधियों द्वारा पहने गए कपड़ा और जूता बरामद किया है। घटना की मुख्य षड्यंत्रकर्ता दरअसल बीपीएससी शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा की हत्या नहीं करानी चाहती थी। उन्होंने पेशेवर सुपारी किलर का इस्तेमाल दूसरी अन्य महिला शिक्षिका की हत्या के लिए किया था। लेकिन संयोग से वह शिक्षिका उस दिन अवकाश पर थी और बदमाशों ने शिवानी को ही उक्त महिला शिक्षिका समझकर उन्हें गोली मारकर मौत के घाट उतार दी।
दरअसल हुशनन उर्फ हुस्न आरा को अपने पति मो साबिर के प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला,वार्ड संख्या पांच एवं सात के मध्य खाबदह नरपतगंज की एक महिला शिक्षिका के साथ अवैध संबंध होने का शक था और इसी को लेकर हुस्न आरा ने राजा एवं छोटू के साथ मिलकर पति के साथ अवैध संबंध रखने वाली महिला शिक्षिका को मारने के लिए साजिश रची थी।
राजा एवं छोटू के द्वारा हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए तीन लाख रूपये में गिरफ्तार मारुफ और सोहेल को सुपारी दी गई थी।
जानकारी एसपी अंजनी कुमार ने दी।
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि 03 दिसम्बर को सुबह साढ़े आठ बजे उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिला के हैदरगढ़ की रहने वाली कन्हैली मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका शिवानी वर्मा पिता लक्ष्मीकांत वर्मा को विद्यालय जाने के क्रम में कन्हैली शिव मंदिर के निकट दो अज्ञात बाइक सवार अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मृतका की बहन के आवेदन के आधार पर नरपतगंज थाना कांड संख्या-437/25, दिनांक-03.12.25, धारा-103 (1)/3(5) बीएनएस एवं 27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई। घटना की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को ध्यान में रखते हुए फारबिसगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नेतृत्व में थानाध्यक्ष नरपतगंज, फुलकाहा, फारबिसगंज, घुरना एवं डीआईयू टीम के साथ विशेष अन्वेषण दल एसआईटी का गठन किया गया।
एसआईटी के द्वारा सीसीटीवी फुटेज अवलोकन,सूचना संकलन, घटना एवं आसपास के क्षेत्रों का तकनीकी एवं वैज्ञानिक विश्लेषण कर कांड में संलिप्त अभियुक्तों की पहचान की गई। जिसके बाद हत्या में शमिल अपराधी 22 वर्षीय मो मारूफ पिता मो ताहिर,रामपुर वार्ड संख्या 1 को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में इसने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। गिरफ्तार अभियुक्त मो मारूफ के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त यामाहा की एफजेड बाईक एवं घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा बरामद किया गया। घटना में शामिल दूसरे अपराधी मो सोहेल को भी फारबिसगंज के रेफरल रोड से गिरफ्तार किया गया। घटना की मुख्य साजिशकर्ता हुशनन उर्फ हुस्न आरा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी करने की बात एसपी ने कही।
एसपी ने कहा कि राजा एवं छोटू के द्वारा हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए 03 लाख रूपये में मारूफ एवं सोहैल को सुपारी दी गई। सुपारी के दौरान ही उस महिला शिक्षिका का नाम, स्कूटी, गुजरने का मार्ग एवं समय बताया गया। घटना को अंजाम देने से एक दिन पूर्व मारूफ एवं सोहैल के द्वारा तय जगहों की रेकी भी गई थी। घटना को अंजाम करने के दिन मारूफ एवं सोहैल द्वारा शाहनवाज ग्राम-शेख डुमरिया जो वर्तमान में रामपुर उत्तर, फारबिसगंज अपने नानी के घर रहता है एवं फारबिसगंज में प्राईवेट अस्पताल में गार्ड की ड्यूटी करता है,से यामाहा एफजेड बाईक लिया और महिला शिक्षिका के चिन्हित स्थान से गुजरने से पहले ही खाबदह कन्हैली शिव मंदिर के पास पहुंच गया। थोडी देर बाद जैसे ही महिला शिक्षिका शिवानी वर्मा अपने स्कूटी से वहां से गुजर रही थी।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

