फाइलेरिया मरीजों को नि:शुल्क उपलब्ध हैं स्वास्थ्य सेवाएं,मिथकों को दूर करने में लगी रोगी सहायता समूह
अररिया, 30 अक्टूबर(हि.स.)। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में रोग से जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया जा रहा है और इस काम में रोगी सहायता समूह फैली भ्रांतियों को दूर कर रही है।रोग प्रबंधन व दिव्यांगता रोकथाम के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसे लेकर फाइलेरिया मरीजों को रोग प्रभावित अंगों की समुचित सफाई के तकनीक से अवगत कराते हुए उन्हें एमएमडीपी किट मुहैया करायी जा रही है।
फाइलेरिया मरीजों को समुचित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये जिले में अनुमंडल असोतल फारबिसगंज और रानीगंज रेफरल अस्पताल में विशेष फाइलेरिया क्लीनिक संचालित हैं। फाइलेरिया रोग पर प्रभावी नियंत्रण संबंधी उपायों की मजबूती में फाइलेरिया रोगी सहायता समूह अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहा है। फाइलेरिया रोगी सहायता समूह नेटवर्क के सदस्य फाइलेरिया के नये मरीजों को चिह्नित करने व उन तक जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने में मददगार साबित हो रहे हैं।
फाइलेरिया रोगी सहायता समूह के सदस्य, समुदाय में लोगों को फाइलेरिया रोग से जुड़े विभिन्न पहलुओं के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं। जानकारी देते हुए डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि रोग के प्रति जागरूकता किसी भी रोग से बचाव का महत्वपूर्ण जरिया है। रोगी सहायता समूह फाइलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए बीमारी से जुड़ी मिथक को दूर कर रहा है।
उन्होंने बताया कि फाइलेरिया मरीजों को सभी जरूरी चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। फाइलेरिया क्लीनिक का संचालन इस दिशा में मददगार साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया के नये मरीजों को रोग प्रबंधन तकनीक से अवगत कराते हुए एमएमडीपी किट मुहैया करायी जा रही है। साथ ही हाइड्रोसील मरीजों को सर्जरी की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। फाइलेरिया मरीजों के लिये सभी जरूरी सुविधाएं पूरी तरह नि:शुल्क होने की जानकारी उन्होंने दी।
जिले में फाइलेरिया के कुल 1476 मरीज हैं। इसमें हाइड्रोसील के 450 व हाथीपांव के 1026 मरीज शामिल हैं। फाइलेरिया मरीजों को उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने में रोगी सहायता समूह के सदस्य सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। साथ ही समूह की मासिक बैठकों में रोग प्रबंधन व इसे नियंत्रण से जुड़े पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करते समुदाय स्तर पर इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिले में फिलहाल 20 रोगी सहायता समूह सक्रिय हैं। अररिया, फारबिसगंज व रानीगंज प्रखंड में सक्रिय इन समूह के माध्यम से सामुदायिक स्तर पर जन जागरूकता फैलाते हुए फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने की मुहिम को मजबूत बनाया जा रहा है।
सिविल सर्जन विधानचंद्र सिंह ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में जिला निरंतर तरक्की कर रहा है। बीते दिनों फाइलेरिया मरीजों की खोज के लिये जिले में संचालित नाइट ब्लड सर्वे के दौरान फाइलेरिया के महज दो नये मरीज मिले। निर्धारित सर्वे के दौरान किसी साइट पर एक प्रतिशत मरीज नहीं मिले। इस कारण जिले में प्रस्तावित सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम भी टल गया। जो नि:संदेह फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी कामयाबी है।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/चंदा
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