बाल विवाह मुक्त भारत के सौ दिवसीय जागरूकता अभियान का हुआ शुभारम्भ
अररिया, 04 दिसम्बर(हि.स.)।
बाल विवाह मुक्त भारत के सौ दिवसीय जागरूकता अभियान का यूं तो देशभर के लिए नई दिल्ली के विज्ञान भवन से गुरुवार को शुभारंभ किया गया। लेकिन अररिया जिला में बाल विवाह मुक्त भारत जागरूकता अभियान का शुभारंभ फारबिसगंज के नोवेल एकेडमी से गुरुवार को समारोहपूर्वक किया गया।
बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन,जागरण कल्याण भारती,जस्टिस राइट फॉर चिल्ड्रन और नोवेल एकेडमी के संयुक्त तत्वावधान में इसका शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का संचालन जागरण कल्याण भारती के अध्यक्ष संजय कुमार ने किया।वहीं अध्यक्षता नोवेल एकेडमी के डायरेक्टर नरेंद्र कुमार झा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला नोडल पदाधिकारी बाल विवाह निषेध-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस कविता कुमारी,सीडीपीओ श्वेता कुमारी ने सहभागिता दी।
कार्यक्रम में बाल विवाह उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय संकल्प के साथ सौ दिवसीय अभियान की शुरुआत की गई। सौ दिवसीय अभियान की जानकारी देते हुए संजय कुमार और नोडल पदाधिकारी कविता कुमारी ने बताया कि सौ दिवसीय अभियान के तहत पहले चरण में 27 नवम्बर से 31 दिसम्बर के बीच स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जागरूकता गतिविधियां,जिसमें वाद-विवाद, निबंध प्रतियोगिताएं, इंटरैक्टिव सत्र और प्रतिज्ञा समारोह शामिल है,का आयोजन किया जाएगा। दूसरे चरण में 1 जनवरी से 31 जनवरी के बीच बाल अधिकारों, सुरक्षा और सशक्तिकरण पर संदेशों को बढ़ाने के लिए धार्मिक नेताओं, सामुदायिक प्रभावकों और विवाह सेवा प्रदाताओं के साथ जुड़ाव का कार्यक्रम आयोजित होगा।
अंतिम तीसरे चरण में 1 फरवरी से 8 मार्च तक ग्राम पंचायतों और नगरपालिका वार्डों को अपने अधिकार क्षेत्र को बाल-विवाह-मुक्त घोषित करने वाले प्रस्ताव पारित करने के लिए संगठित करने का कार्यक्रम लक्षित है। कार्यक्रम में नोवेल एकेडमी के प्रिंसिपल ज्योति सिंह,प्रबंधक रजनीकांत झा,स्कूल के सभी शिक्षक,बच्चे एवं आंगनबाड़ी सेविका, जेकेबी संस्था के दीपक कुमार पासवान, सोनू कुमार,अंकुश कुमार यादव सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की भागीदारी रही।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल कुमार ठाकुर

