डॉक्टर पर हुए हमला के विरोध में आईएमए के आह्वान पर बंद रहे सभी अस्पताल
बेगूसराय, 21 नवम्बर (हि.स.)। पूर्णियां में डॉ. राजेश पासवान पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में बिहार राज्य आईएमए के आह्वान पर आज बेगूसराय के सभी निजी अस्पताल, निजी क्लीनिक एवं सरकारी अस्पताल बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
हालांकि, मानव हित को ध्यान में रखते हुए सरकारी अस्पताल में आकस्मिक सेवा चालू रहने से इमरजेंसी मरीजों को अधिक परेशानी नहीं हुई। इस दौरान आईएमए के सभी चिकित्सकों ने पूर्णियां में डॉ. राजेश पासवान पर हुए जानलेवा हमले की कड़े शब्दों में निंदा की तथा दोषी पर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग किया है।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. ए.के. राय एवं सचिव डॉ. रंजन कुमार चौधरी ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि सभी दोषियों पर बिहार चिकित्सीय संस्थान एवं व्यक्ति सुरक्षा नियमावली 2018 के तहत तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई हो। बिहार चिकित्सा संस्थान एवं व्यक्ति सुरक्षा कानून 2011 में एपिडेमिक डिजीज संशोधन कानून 2020 के प्रावधानों को भी अंतर निहित किया जाए।
बैठक में उपस्थित सभी चिकित्सकों ने सामूहिक रूप से कहा कि नियमों का कारगर और कड़ाई पूर्वक क्रियान्वयन बहुत जरूरी है। जिससे चिकित्सा संस्थानों एवं चिकित्सकों के विरुद्ध हो रही हिंसा की घटना पर प्रभावी रोक लगा सके।अगर सरकार तुरंत कार्रवाई नहीं करती है तो बिहार के सभी चिकित्सक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने को विवश हो जाएंगे।
मौके पर डॉ. के.के. सिंह, डॉ. शैलेन्द्र लाल, डॉ. संजय कुमार, डॉ. राम यतन सिंह, डॉ. विनय कुमार, डॉ. राहुल कुमार, डॉ. समवर्त कुमार, डॉ. अभय कुमार, डॉ. रौशन कुमार, डॉ. पद्माकर सिंह, डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. रामरेखा सिंह, डॉ. दीपक कुमार सिंह, डॉ. नलिनी रंजन सिंह, डॉ. अनामिका, डॉ. मृणालिनी एवं डॉ निशांत रंजन सहित सभी चिकित्सकों ने उक्त घटना की घोर निंदा की है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा
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