महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के बीच हुआ समझौता
-शिक्षा एवं शोध-क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग पर बनी सहमति
पूर्वी चंपारण,08 सितंबर (हि.स.)।महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के बीच शैक्षणिक एवं अकादमिक क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग के लिए समझौता हुआ है।
एमजीसीयू मोतिहारी के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने इस समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर किए है।मौके पर केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि इस समझौते से दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य अकादमिक सहयोग की एक नयी राह खुलेगी, जिससे छात्र-छात्राओं को अध्ययन-अध्यापन में सहयोग मिलने के साथ ही विज्ञान, तकनीकी और अभियांत्रिकी के साथ शोध-परियोजनाओं में संयुक्त रूप से कार्य करने का अवसर मिलेगा।साथ ही कार्यशाला, संगोष्ठी और शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रमों का संयुक्त रूप से आयोजन भी किया जाएगा। वह डा.राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने कहा कि इस अनुबंध से शिक्षा को तकनीकी रूप से अपग्रेड करने में सहयोग मिलेगा।
उल्लेखनीय है,कि हाल में ही भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर तथा भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के साथ महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शिक्षा एवं शोध-क्षेत्र में पारस्परिक सहयोग के लिए समझौता किया है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय शिक्षा एवं शोध के गुणवत्ता बढ़ाने तथा अकादमिक उन्नयन के लिए देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक एवं शोध संस्थानों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।