सतत जीविकोपार्जन योजना से गरीबी को दिया मात,जीविका दीदी के जीवन में आई खुशहाली
सहरसा,10 जनवरी (हि.स.)। गरीबी दूर करने मे गरीबों को मुख्यमंत्री की सतत जीविकोपार्जन योजना काफी सहारा बन रही है । इस योजना का लाभ लेकर गरीबी की दंश झेल रहे गरीब अपने घर की न सिर्फ गरीबी दूर की है बल्कि बैंक मे पैसा की बचत भी कर रही है ।
कहरा प्रखंड के अमरपुर गाँव की रहने वाली मीना देवी इस योजना का लाभ लेकर जीवन की सफलता का राह पर तेजी से विकास की है । मेहनत कर आर्थिक रूप से मजबूत हुई है।मीना देवी की शादी वर्ष 2002 मे एक एक दिव्यांग से हुई । शादी के कुछ वर्ष बाद एक सड़क दुर्घटना मे उनके पति का दूसरा पैर भी नाकाम हो गया । मीना देवी की ज़िंदगी मे दुख का पहाड़ टूट पड़ा ।
बीमार पति और दो बच्चों की सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी अब मीना देवी के सर पर आ गयी।अब दीदी की जिंदगी में अंधेरा सा छा गया।कोई सहारा नहीं, क्या करें- क्या न करें। मीना देवी कुछ दिन के लिये अपने मायके चली गयी।लेकिन मायके वाले ने मीना देवी को फिर ससुराल पहुंचा दिया। अब मीना देवी के पास कोई रास्ता नही था।मीना देवी मजदूरी करने लगी।
मीना देवी मजदूरी कर खुद भूखा रह कर अपने दोनों बच्चों का भरण-पोषण करती थी।यह सोच मीना देवी की जिंदगी काली रात सी हो गयी थी।इसी बीच वर्ष 2020 में जीविका द्वारा संचालित योजना, सतत जीविको पार्जन योजना के लिए मीना देवी का चयन हो गया । मीना देवी ने योजना के तहत ठेला की ख़रीदारी कर अपने गांव में सब्जी, फल, अंडा, पकोड़ा एवं अन्य समान की बिक्री करने लगी । जब कुछ पैसे की बचत हुई तो बकरी पालने लगी । हालत सुधरी तो आज मीना देवी अपनी गरीबी को मात देकर खुशहाली से जीवन जी रही है ।
मीना देवी कहती है कि भविष्य में वह अपने व्यवसाय को और आगे ले जाना चाहती है ताकि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सके और वे अपनी बेटी की शादी अच्छे घर में करना चाहती है।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय

