कांग्रेस के डाॅ. जावेद 59,675 मतों से हुए विजयी
किशनगंज,04जून(हि.स.)। कांग्रेस से डाॅ. जावेद आजाद ने 59,675 मतों से जीत दर्ज किया है। कांग्रेस से वर्तमान सांसद डॉ. जावेद आजाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान एवं एनडीए गठबंधन की ओर से जेडीयू प्रत्याशी मास्टर मुजाहिद आलम के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था।
तीनों मुस्लिम प्रत्याशियों के होने से किशनगंज संसदीय क्षेत्र का मुकाबला काफी दिलचस्प रहा। खास बात यह है कि मुस्लिम बहुल इलाका वाले किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में जहां 70 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं, वहीं 30 प्रतिशत हिन्दू और अन्य मतदाता हैं। विशेष बात यह भी कि ऐसा नहीं कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र में सिर्फ मुस्लिम सांसद ही जीतते रहे हैं, सच्चाई तो यह है कि यहां से हिंदू सांसद भी जीतकर संसद गए हैं।
किशनगंज लोकसभा 24वां व अंतिम राउंड में मुजाहिद आलम जदयू को 342795 मत मिले। वहीं कांग्रेस के डाॅ. मो. जावेद आजाद को 402470 मत मिले। अख्तरुल ईमान, एमआईएम को 309012 मत मिले, जिसमें 59,675 मतों से कांग्रेस के डाॅ. मो. जावेद आजाद ने जीत दर्ज की।
वर्ष 1967 की बात कर तो जब भारत में तीसरी बार लोकसभा चुनाव हो रहे थे और उस वक्त यहां से लखनलाल कपूर जीतकर संसद गए थे। जानकार के मुताबिक लखन लाल कपूर जेपी आंदोलन सत्याग्रह आंदोलन का हिस्सा भी रह चुके थे, जो बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले थे। वह किशनगंज से आकर संसद का चुनाव लड़े और जीते भी थे। उन्होंने उस वक्त कांग्रेस के तत्कालीन सांसद मो. ताहिर को हराया था। हालांकि, एक हकीकत यह भी थी कि इसके बाद किसी हिन्दू नेता को जीत का मौका नहीं मिला।
किशनगंज लोक सभा मे 07 विधानसभा क्षेत्र हैं और लगभग 19,67,738 की आबादी है। जिला राजनीतिक रूप से इतना महत्वपूर्ण रहा कि कई राष्ट्रीय नेताओं ने अपने करियर की शुरुआत यहीं से की है। इनमें बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी के सैय्यद शहाबुद्दीन, एमजे अकबर और सैय्यद शाहनवाज हुसैन प्रमुख नाम हैं। इनके अलावा कई राजनेताओं ने यहां जीत हासिल की है।
हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र/चंदा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।