शास्त्रीय गीत-संगीत से युवाओं को जोड़कर ही की जा सकती है भारतीय संस्कृति की रक्षा:डॉ. अनुज

शास्त्रीय गीत-संगीत से युवाओं को जोड़कर ही की जा सकती है भारतीय संस्कृति की रक्षा:डॉ. अनुज


नवादा ,24 नवम्बर(हि. स.)। मॉडर्न इंग्लिश स्कूल, नवादा के बहुद्देश्यीय सभागार में कथकली शास्त्रीय नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में भारतीय विरासत और संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्पिक-मैके के तत्वावधान में प्रतिष्ठित कलाकार व कथकली नर्तक कलामंडलम अमलजीत ने अपने नृत्य प्रदर्शन से सभागार में उपस्थित सभी का मंत्रमुग्ध कर दिया। सहायक कलाकार के रूप में आर. राहुल, गायन कलाकार बाबू ई. के, चेंडा वादक पुरुषोत्तमन नायर तथा मद्दलम वादक ओमानकुट्टन ने अपनी प्रतिभा व कला से सभी उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया।

विद्यालय में निदेशक प्राचार्य एवं विद्यार्थियों के द्वारा कार्यक्रम के मुख्य कलाकार एवं शाह कलाकारों का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर एवं अंग वस्त्र प्रदान करके किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ आगंतुक मुख्य कलाकार श्री कलामंडलम अमलजीत एवं मॉडर्न शैक्षणिक समूह के निदेशक डॉ. अनुज कुमार के द्वारा मंगलदीप प्रज्वलित करके किया गया। अपने संबोधन में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज के युवा आधुनिकता के चकाचौंध में पढ़कर जिस गीत संगीत के दीवाने हुए जा रहे हैं उससे हजारों गुना श्रेष्ठ एवं महान गीत संगीत एवं नृत्य कला की परंपरा हमारे भारतीय संस्कृति ने सहेज कर रखे हैं।

यह अति आवश्यक है कि आज के युवा एवं किशोर वर्ग के विद्यार्थी देश के शास्त्रीय गीत संगीत एवं नृत्य के गौरवशाली परंपरा से परिचित हो सकें। इस दिशा में स्पीक मैके के द्वारा किए जा रहे कार्यक्रम एवं अभियान अत्यंत प्रशंसनीय हैं। मॉडर्न परिवार भी विद्यार्थियों में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के पुनर्जागरण हेतु सदैव प्रयासरत रहा है।कार्यशाला के दौरान, मंच संचालन का कार्य नवादा के प्रसिद्ध समाजसेवी श्री श्रवण बरनवाल जी के द्वारा किया गया।

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