श्रीकृष्ण जन्म कथा में जय कन्हैया लाल की उद्घोष से महकार इलाका हुआ भक्तिमय

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नवादा ,14 मार्च(हि .स.)। नवादा जिले के रोह प्रखंड के महकार गांव के दक्षिण पहाड़ी की तराई में स्थित बाबा मनेश्वरनाथ मंदिर के प्रांगण में नव ननिर्मित मंदिर में मां पार्वती प्राण प्रतिष्ठा हेतु चल रहे श्री मद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन मंगलवार को कथा प्रवचन के मौके पर भगवान श्रीकृष्ण जन्मोंत्सव की झांकी निकाली गई। इस समय पूरे महकार गांव गोकुल में परिणत हो गया।जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी के नारे से पूरा क्षेत्र कृष्ण भक्तिमय हो गया।

चौथे दिन के कथा प्रवचन के मौके पर स्वामी शांतानंद जी महाराज ने यदुकुल तिलक भगवान श्री कृष्ण जन्मोंत्सव की महिमा बताते हुए कहा कि परमात्मा जगत कल्याण व धर्म की स्थापना हेतु इस संसार में अवतार लेकर कंस जैसे पापियों का संहार करते हैं।और विश्व में शांति स्थापना करते हैं। स्वामी शांतानंद जी ने बताया कि महाराज बसुदेव और माता देवकी पूर्व जन्म में सुतपा एवं पृश्नि थे जो कि बारह हजार वर्षों तक कठिन साधना के उपरांत भगवान ने दर्शन दिया था।वे दोनों अन्य जन्म में माता अदिती और कश्यप थे।इस दोनों दंपति ने भगवान को पुत्र के रुप में मांगा। फलस्वरूप परमात्मा अपने भक्तों के प्रेम वश उनके पुत्र भी बन जाते हैं। कंस अपने ही पाप के कारण भगवान के माता पिता को कैदखाने में बंद कर दिया था।

कंस के अत्याचार और कुकर्म के कारण मानवता कराह रही थी। मानवता और धर्म संस्थापन वह भक्तों की रक्षा हेतु भगवान कृष्ण का अवतरण हुआ। भगवान श्री कृष्ण जन्मोंत्सव की झांकी से संपूर्ण क्षेत्र कृष्ण भक्तिमय हो गया। इस मौके पर बिहार के प्रसिद्ध भजन गायक पंडित गोपाल गोपी ओझा मित्र मंडली द्वारा भजन प्रस्तुति से श्रोतागण झूम उठे।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन

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