महान लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की 136वीं जयंती समारोहपूर्वक आयोजित
सहरसा,18 दिसंबर (हि.स.)।भोजपुरी के महान लोक कलाकार भिखारी ठाकुर के जंयती पर सोमवार को बड़ी दुर्गा मंदिर परिसर मे नाई संघ के तत्वावधान मे उनकी जंयती समारोह में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर याद किया गया।नाई संघ के जिलाध्यक्ष विजेन्द्र ठाकुर के नेतृत्व मे आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समर्थ लोक कलाकार, रंगकर्मी लोक जागरण के सन्देश वाहक, मार्मिक लोक गीत तथा भजन कीर्तन के अनन्य साधक थे।वे बहु आयामी प्रतिभा के व्यक्ति थे। वे भोजपुरी गीतों एवं नाटकों की रचना एवं अपने सामाजिक कार्यों के लिये प्रसिद्ध हैं। वे एक महान लोक कलाकार थे जिन्हें ''भोजपुरी का शेक्शपीयर'' भी कहा जाता है।भाजपा के जिला मंत्री राजीव रंजन साह ने भिखारी ठाकुर के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि जिन्हें
धोती, कुर्ता, मिरजई, सिर पर साफा और पैर में जूता पहनने और गुड़ खाने के शौकीन थे।परिव्राजक महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने भिखारी को भोजपुरी का शेक्सपियर और अनगढ़ हीरा कहा था।नाई संघ के सचिव शिवशंकर ठाकुर व संगठन सचिव पवन ठाकुर ने कहा कि किसी ने उन्हें ‘भोजपुरी का शेक्सपीयर’ कहा है तो किसी ने ‘भरत मुनि की परंपरा का कलाकार’ कह कर पुकारा है।
राहुल सांकृत्यायन ने उन्हें ‘अनगढ़ हीरा’ बताया है। ऐसे ना जाने कितने नामों से पुकारे जाने वाले बहुआयामी प्रतिभा के धनी भिखारी ठाकुर की आज जयंती है।उनका जन्म 18 दिसंबर, 1887 को बिहार के सारण जिले के कुतुबपुर गांव में हुआ था।उनके पिताजी का नाम दल सिंगार ठाकुर और मां का नाम शिवकली देवी था।भिखारी ठाकुर भोजपुरी भाषा के लोक कलाकार, रंगकर्मी, लोक गीत और भजन-कीर्तन के अनन्य साधक तथा नारी और दलित विमर्श के उद्घोषक थे।इस अवसर पर मुख्य रूप से मुरली मनोहर ठाकुर,मिथिलेश ठाकुर,धर्मेंद्र ठाकुर,भास्कर ठाकुर,देवेन्द्र ठाकुर,नीतीश ठाकुर, देवाशीष ठाकुर,लालू ठाकुर,सुशील ठाकुर ने भिखारी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/चंदा
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