राज्यस्तरीय वन कर्मियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरु
पश्चिम चंपारण (बगहा),17 दिसम्बर (हि.स.)। संपूर्ण भारत में शुरू हो रहे शाकाहारी एवं मांसाहारी वन्य जीवों की गणना को लेकर बिहार राज्यस्तरीय वन कर्मियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण की शुरुआत बुधवार से वन विभाग के ऑडियो-वीडियो हॉल के सभागार में किया गया।जिसका समापन गुरुवार को होगा।
इस राज्यस्तरीय प्रशिक्षण में राज्य के चार जिला कैमूर,रोहतास,मुंगेर और पश्चिमी चंपारण के वनकर्मी जिसमें एसीएफ,रेंजर,वनपाल और वनरक्षी है, को वन्यजीव के गणना को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए वन विभाग के फील्ड डायरेक्टर सह वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ नेशा मणि के ने बताया कि इस प्रशिक्षण में राज्य भर के लगभग 70 वन कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के गणना के तौर तरीके,पग मार्क से जानवरों की पहचान,ट्रैप कैमरा लगाना तथा उससे पहचान के तरीके,प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जानवरों की पहचान,कैमरा चलाना,ट्रांजिट लाइन सहित कई अन्य टेक्निकल जानकारियां दी जा रही है।साथ ही वन क्षेत्र में जाकर भी इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।साथ ही सीएफ ने बताया कि इस बार बाघ सहित अन्य सभी शाकाहारी व मांसाहारी जानवरों की गणना की जाएगी।जिसके लिए डेटा कलेक्ट करने तथा जानवरों के रख रखाव के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
इस प्रशिक्षण को विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा दिया जा रहा है।जानकारी हो,कि प्रत्येक चार वर्ष पर पुरे देश में एनटीसीए के द्वारा बाघों की गणना करायी जाती है। पिछले सत्र का गणना उत्साहवर्धक होने के कारण वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अधिकारी इस बार भी बेहतर परिणाम को लेकर उत्साहित हैं।
इस अवसर पर वन प्रमंडल 2 के डीएफओ विकास अहलावत, वाल्मीकि नगर रेंजर अमित कुमार,डिविजन दो और एक के फील्ड बायोलॉजिस्ट शौरभ वर्मा,पंकज ओझा, एसीएफ मुंगेर सत्यम कुमार,डब्ल्यू डब्ल्यू एफ इंडिया के प्रबंधक अहवर आलम,वनपाल आशीष कुमार सहित कई वन कर्मी मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द नाथ तिवारी

