ख़िदमत-ए-ख़ल्क से ख़ुदा की रज़ा और उसकी रहमतों का नुज़ूल होता है: सैयद शाह फ़ख़रे आलम हसन

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ख़िदमत-ए-ख़ल्क से ख़ुदा की रज़ा और उसकी रहमतों का नुज़ूल होता है: सैयद शाह फ़ख़रे आलम हसन


भागलपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। ख़ानक़ाह पीर दमड़िया शाह और वक्फ शाह इनायत हुसैन 159, ख़लीफ़ाबाग़ भागलपुर की ओर से हर साल की तरह इस साल भी ठंड की तीव्रता बढ़ते ही शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर अलाव जलाने का सुनियोजित इंतज़ाम किया गया। इस पहल का उद्देश्य ठंड से प्रभावित आम राहगीरों, मज़दूरों, यात्रियों और विशेष रूप से रेल से सफ़र करने वाले यात्रियों को कड़ाके की ठंड और सर्द हवाओं से राहत पहुंचाना है।

गौरतलब है कि वर्ष के अंतिम दिनों में भागलपुर सहित पूरे क्षेत्र में ठंड ने अपना कड़ा रूप अख़्तियार कर लिया है। तापमान में असामान्य गिरावट और तेज़ सर्द हवाओं के कारण ग़रीब, मज़दूर वर्ग तथा रात के समय यात्रा करने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे हालात में वक्फ शाह इनायत हुसैन 159 द्वारा शाह मार्केट के माध्यम से शहर के कई व्यस्त चौक-चौराहों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई, जिससे आम लोगों को काफ़ी राहत मिली है।

इस अवसर पर वक्फ 159 के मुतवल्ली सैयद शाह फ़ख़रे आलम हसन ने कहा कि ख़िदमत-ए-ख़ल्क और इंसानियत की निस्वार्थ सेवा ही दरअसल ख़ुदा की ख़ुशनूदी का ज़रिया है। उन्होंने कहा कि इस्लाम हमें एक-दूसरे की मदद करने और ज़रूरतमंदों का सहारा बनने की शिक्षा देता है। ठंड के इस कठिन मौसम में यदि हम अपने आसपास के लोगों को थोड़ी-सी भी राहत पहुंचा सकें, तो यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।

उन्होंने आगे कहा कि वक्फ शाह इनायत हुसैन 159 की यह पुरानी परंपरा रही है कि प्राकृतिक आपदाओं, ठंड, गर्मी या किसी भी कठिन समय में जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहा जाए। अलाव का यह इंतज़ाम मात्र एक अस्थायी पहल नहीं, बल्कि इंसानियत के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जब तक ठंड का यह सिलसिला जारी रहेगा, तब तक वक्फ की ओर से चौक-चौराहों पर अलाव का प्रबंध भी जारी रहेगा।

सैयद शाह फ़ख़रे आलम हसन ने समाज के संपन्न वर्ग और दानदाताओं से भी अपील की कि वे आगे आकर ऐसे जनकल्याणकारी कार्यों में सहयोग करें, ताकि अधिक से अधिक ज़रूरतमंद लोगों को लाभ पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि समाज तभी समृद्ध और मज़बूत बनता है, जब उसके कमज़ोर वर्ग का पूरा ध्यान रखा जाए। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने वक्फ 159 की इस पहल की सराहना करते हुए इसे एक अनुकरणीय कदम बताया और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस तरह की जनहितकारी गतिविधियां लगातार जारी रहेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर

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