कोई भी भारतीय ग्रीको रोमन पहलवान के ओलंपिक में नहीं पहुंचने पर हटाए गए विदेशी विशेषज्ञ
साई ने बयान जारी कर कहा, कासाराशविली का साई के साथ करार फरवरी 2019 से ओलंपिक खेलों तक था लेकिन भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की सलाह पर उनका अनुबंध रद्द किया जा रहा है।
कासाराशविली को करीब दो लाख 90 हजार रूपये का मासिक वेतन मिलता था।
चार साल पहले भारत के हरदीप सिंह (98 किग्रा) और रविंदर खत्री (85 किग्रा) ने ग्रीको रोमन वर्ग में 2016 रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
हालांकि, 2019 से 2021 तक के ओलंपिक क्वालीफिकेशन पीरियड के दौरान कोई भी भारतीय ग्रीको रोमन पहलवान टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका।
राष्ट्रीय टीम के कोच ने कहा, भारतीय एलीट ग्रीको रोमन पहलवानों ने अप्रैल में अल्माती में हुए एशिया ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट और मई में सोफिया में हुए विश्व ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के दौरान ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका गंवाया।
कोच ने बताया कि गुरप्रीत सिंह (77 किग्रा) और एशिया चैंपियन सुनील कुमार (87 किग्रा) अच्छी फॉर्म में थे लेकिन ये सही समय पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके।
भारत की तरफ से चार महिला सहित कुल आठ फ्रीस्टाइल पहलवानों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है।
--आईएएनएस
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