दिल्ली की धारावी कहे जाने वाली कठपुतली कॉलोनी में पहुंची वैक्सीन

दिल्ली की धारावी कहे जाने वाली कठपुतली कॉलोनी में पहुंची वैक्सीन
नई दिल्ली। दिल्ली स्थित कठपुतली कॉलोनी में दिल्ली सरकार द्वारा टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई है। ये कॉलोनी दिल्ली विकास प्राधिकरण के अंतर्गत बनाई गई ट्रांजिट कैम्प है। इस कैम्प में अवार्ड से सम्मानित कलाकार रहते हैं, जिनमें ढोल बजाने वाले, कठपुतली का खेल दिखाने वाले और अन्य कलाकार शामिल है।

दिल्ली के आनंद पर्बत इलाके में स्थित इस कैम्प में 3200 परिवार है जिनमें करीब 21 हजार से अधिक लोग रहते हैं और 14 समाज के लोग शामिल हैं।

कैम्प में रहने वाले ये सभी लोग बीते 4 सालों से इधर ही रह रहे हैं, इससे पहले ये शादीपुर में झुग्गी झोपड़ी में रहा करते थे, फिलहाल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इन्हें उसी जगह पर पक्के मकान बनाये जा रहे हैं जिसके कारण ये सभी इधर रहे हैं।

दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा बनाया गया ट्रांजिट कैम्प के इंचार्ज संजय गौर ने आईएएनएस को बताया कि, दिल्ली के सारे ढोल वाले, कठपुतली का खेल करने वाले लोग इन झुग्गियों में रहते हैं। इसी तबके के ऐसे कुल 14 समाज के लोग इधर निवास कर रहे हैं।

2017 में इनको शादीपुर की झुग्गी झोपड़ियों से निकाल इधर बसा दिया, फिलहाल इनके उसी जगह पर पक्के मकान बनाए जा रहें हैं।

16 एकड़ में बने इस कैम्प, कलंदर समाज जो कि जादूगरी करते हैं। गुजरात से आए परिवार, पूर्वांचल और बिहार से आए लोग इधर रहे हैं। दरअसल ये सभी लोग दिल्ली में ही काम कर कमाया करते हैं।

दरअसल इन लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी, पहली समस्या यहां रह रहे लोगों के अंदर टीकाकरण को लेकर जागरूकता की कमी होना थी। इन सभी लोगों में इस बात का डर था कि यदि हम किसी अस्पताल जाकर टीकाकरण कराएंगे तो कहीं हम संक्रमित न हो जाएं।

इन सभी लोगों की समस्या को सुन अधिकारियों ने यहां रह रहे 14 समाज के मुखियाओं के साथ बैठक की, इसमें डॉ रंजना ककड़, जिला टीकाकरण अधिकारी भी शामिल हुए। इसके बाद लोगों को इस टीकाकरण के बारे में बताया गया।

तमाम बैठकों के बाद जाकर कठपुतली कॉलोनी के अंदर ही टीकाकरण केंद्र शुरू किया गया और आज करीब 50 लोगों ने टीकाकरण भी कराया।

ऑफिसर ऑन ड्यूटी (टीकाकरण) ईशान शर्मा ने आईएएनएस को बताया, जागरूकता की कमी होने के कारण ये लोग टीकाकरण नहीं कराना चाहते हैं हमने काफी समझाया, इससे होने वाले फायदे गिनाए। लेकिन इन्हें इस बात का डर था कि हमे संक्रमण हो जाएगा।

फिलहाल 45 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीकाकरण कराया जा रहा है, भविष्य में यहां 18 वर्ष के ऊपर के युवाओं को टीकाकरण लगाया जाएगा।

जानकारी के अनुसार, कठपुतली कॉलोनी में बहुत सारे ऐसे कलाकार निवास करते हैं, जो की अपने देश मे ढोल बजाने के अलावा विदेशों में जाकर भी ढोल बजाते हैं।

--आईएएनएस

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