दक्षिण तमिलनाडु में दिखे ओपीएस के समर्थन में पोस्टर

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चेन्नई। अन्नाद्रमुक के मुख्य समन्वयक और पूर्व उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम का समर्थन करने वाले पोस्टर उनके गृह जिले थेनी और तिरुनेलवेली सहित दक्षिण तमिलनाडु के कई हिस्सों में चिपके हुए हैं।

ये पोस्टर थेवर समुदाय के प्रभाव वाले क्षेत्रों में दिखाई दिए हैं। पन्नीरसेल्वम इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।

जाति-ग्रस्त तमिलनाडु की राजनीति में थेवारों को लगता है कि उनके वरिष्ठ नेता को पूर्व मुख्यमंत्री गौंडर नेता के. पलानीस्वामी द्वारा खेले गए राजनीतिक खेल से दरकिनार कर दिया गया है।

एआईएडीएमके ने विधानसभा में पदाधिकारियों का चुनाव करने के लिए 14 जून को चेन्नई में अपने पार्टी मुख्यालय में अपनी विधायक दल की बैठक आयोजित करने की योजना बनाई है।

पार्टी के आयोजन सचिव और मत्स्य पालन राज्य के पूर्व मंत्री डी. जयकुमार ने आईएएनएस को बताया, मैंने पहले ही राज्य के डीजीपी जेके त्रिपाठी से 14 जून को हमारे पार्टी मुख्यालय में होने वाली प्रस्तावित बैठक के लिए एक अनुरोध प्रस्तुत किया है। बैठक के तहत सख्त कोविड दिशानिर्देश और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।

पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि विधायक दल के पदाधिकारियों का चुनाव सुचारू रूप से होगा और किसी भी नेता के बीच कोई मतभेद नहीं है।

अन्नाद्रमुक ने पलानीस्वामी को 10 मई को सर्वसम्मति से विपक्ष का नेता चुना था, हालांकि पन्नीरसेल्वम ने बैठक के दौरान कुछ आपत्तियां जताई थी।

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने तब चुनावी हार का मुद्दा उठाया था और चुनावी हार के कारण सबसे पिछड़े वर्ग के भीतर वन्नियार समुदाय के लिए 10.5 प्रतिशत आरक्षण पर खुली चर्चा का आह्वान किया था।

पलानीस्वामी ने आरक्षण को लेकर कहा था कि पार्टी ने वन्नियार में पकड़ बना ली है।

पन्नीरसेल्वम के गृह जिले थेनी सहित दक्षिण तमिलनाडु के थेवर बहुल इलाकों में कई नेताओं ने पार्टी के खराब प्रदर्शन के खिलाफ जमकर निशाना साधा था। पार्टी पूर्व उपमुख्यमंत्री की बोदिनायकनार सीट ही जीत सकी थी और कहा था कि सलेम जिला पलानीस्वामी का गृहनगर में पार्टी ने 11 में से 10 सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया।

पार्टी के पूर्व अंतरिम महासचिव वी.के. शशिकला ने अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं को फोन करते हुए कहा कि वह भविष्य में पार्टी की कमान संभालेंगी। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।

पलानीस्वामी और पूर्व मंत्री सी.वी. शनमुगम शशिकला के खिलाफ उतर आए थे, लेकिन पन्नीरसेल्वम ने चुप्पी बनाए रखी।

पहली जयललिता सरकार में अन्नाद्रमुक नेता और आदि द्रविड़ और आदिवासी कल्याण मंत्री एम. आनंदन ने पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम दोनों के खिलाफ जमकर निशाना साधा। वह अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे, जिनकी पार्टी की पूर्व अंतरिम महासचिव शशिकला से चर्चा हो चुकी है।

आनंदन ने आईएएनएस को बताया, अन्नाद्रमुक अब बिना किसी दिशा और बिना पतवार के चलाई जा रही है। पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम दोनों के पास इस बारे में उचित ²ष्टिकोण नहीं है कि पार्टी को कैसे चलाया जाए।

यह देखना दिलचस्प होगा कि पन्नीरसेल्वम पार्टी में उन्हें और अधिक मान्यता देने की मांग कर रहे थेवर समुदाय और वी.के. शशिकला, एक अन्य थेवर समुदाय की व्यक्ति की प्रतिक्रिया क्या होगी।

--आईएएनएस

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