महामारी तब चुनौतीपूर्ण हो जाती है जब उपचार प्रोटोकॉल हर रोज बदलता है: गोवा सीएम
सावंत ने गुरुवार को एक कॉपोर्रेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रम में कहा, रिकॉर्ड के अनुसार ऐसी महामारी 100 साल पहले हुई थी। किसी को भी इसे संभालने का अनुभव नहीं है। बहुत सारे बदलाव हैं जो हर दिन होते हैं। प्रोटोकॉल में बदलाव, दवाओं में बदलाव। कई बार प्रत्येक दिन प्रोटोकॉल बदलने पड़ते है।
शुरूआती दिनों में इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता था।
सावंत ने कहा, जल्द ही, यह अहसास हो गया कि प्लाज्मा की जरूरत भी नहीं है। और यहां हम लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। रेमेडिसविर दवा के साथ भी इसी तरह का पैटर्न अपनाया गया।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गोवा सरकार ने महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया है।
--आईएएनएस
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