पूर्व एआईडीएमके मंत्री विजयभास्कर के परिसरों पर विजिलेंस ने मारा छापा
ये तलाशी सुबह सात बजे शुरू हुई और उनसे जुड़े कई स्थानों पर जारी रही। प्रचंड चुनावी जीत के बाद मई में डीएमके सरकार के सत्ता संभालने के बाद से यह इस तरह का पहला बड़ा तलाशी अभियान है।
डीवीएसी ने पूर्व परिवहन मंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था और करूर और चेन्नई में उनके आवासों और कार्यालयों सहित उनके साथ जुड़े 21 स्थानों पर तलाशी ली गई।
डीवीएसी अधिकारियों और पुलिस विभाग के अनुसार, राज्य में परिवहन मंत्री के रूप में सेवा करते हुए विजयभास्कर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर तलाशी ली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, विजयभास्कर के करीबी लोग भी डीवीएसी के दायरे में हैं।
डीएमके ने पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और विजयभास्कर सहित उनके कैबिनेट सहयोगियों के खिलाफ आरोप लगाए थे। डीवीएसी को लिखे एक पत्र में, डीएमके ने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों के कथित रूप से करीबी कंपनियों को पांच राजमार्ग अनुबंधों के आवंटन में भ्रष्टाचार हुआ था।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वर्तमान खोजें इस आरोप का हिस्सा हैं या नहीं।
विधानसभा चुनाव में विजयभास्कर करूर विधानसभा क्षेत्र से डीएमके के सेंथिल बालाजी से हार गए थे।
--आईएएनएस
एमएसबी/आरजेएस
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